बीजेपी सरकार में हुए प्लांटेशन के लिए करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांच के निर्देश

भोपाल, पूर्व बीजेपी सरकार में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार की परतें खोलने में लगी कांग्रेस सरकार ने अब प्लांटेशन के लिए करोड़ों के भ्रष्टाचार की जांच के निर्देश जारी किए हैं और पंचायत विभाग में हुए घोटालों की जांच के लिए सरकार ने जांच कमेटी गठित करने का फैसला किया है.


बीजेपी शासन में हुए घोटालों को खोलने में लगी कांग्रेस सरकार ने अब पंचायत विभाग में हुई गड़बड़ियों की फाइल खोली है. 2017 को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए पांच करोड़ पौधे लगाने के नाम पर हुए भ्रष्टाचार के गड्ढों की जांच के निर्देश विभाग ने जारी किए है. मौजूदा सरकार के मुताबिक पूर्व सरकार ने लक्ष्य को पूरा करने के लिए मनरेगा की राशि से जेसीबी से गड्ढे कराने का फैसला किया और 545 करोड़ खर्च कर हुए प्लांटेशन में करोड़ों की बर्बादी कर डाली.


विभाग ने तत्कालीन विकास आय़ुक्त के उस फैसले की भी जांच के निर्देश दिए है, जिसमें राहत आयुक्त राधेश्याम जुलानिया ने प्लांटेशन के लिए होने वाली खरीदी के बिल भी रखने को जरूरी नहीं बताया था. विभाग ने इस पूरे मामले के सोशल आडिट के जरिए गड़बड़ी की जांच के निर्देश दिए है.पंचायत विभाग ने गरीबों के पैसे पर पूर्व सरकार के इंडो चाइना मीट कराने और इसके नाम पर मंत्री और अफसरों के विदेश दौरे करने के मामले की भी जांच के निर्देश दिए है.


विभागीय मंत्री कमलेश्वर पटेल के मुताबिक सरकार ने सिर्फ चाइना के प्रतिनिधियों को मौज कराने के लिए आजीविका मिशन के करोड़ों रुपए खर्च करने का कारनामा कर दिखाया है, जिसकी जांच होगी. वहीं एक के बाद खुल रही गड़बड़ियों की फाइलों पर बीजेपी ने पलटवार बोला है. बीजेपी के मुताबिक सरकार सिर्फ डराने का काम कर रही है, जबकि सबकुछ नियमों के मुताबिक हुआ है. बहरहाल व्यापम घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला, आवास योजना घोटाला, पेंशन घोटाला के बाद सरकार अब पंचायत विभाग में हुए घोटालों की जांच की कवायद में जुट गई है.