योग सिखाने के साथ नशामुक्ति का प्रचार भी करें 

asish malviya
अशोकनगर। अथाईखेडा के पास ग्राम बमुरिया चक्क स्थानीय स्कूल मैदान पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में पिछले 5 दिनों से चल रहे नि:शुल्क योग शिविर का समापन किया गया।  योग प्रचारक धनपाल ने सभी को योग की क्रियाएँ सिखाते हुये कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर सफ लता प्राप्त करनी है तो योगी बनना होगा। इस दौरान उन्होंने योगिक जौगिंग, सूक्ष्म व्यायाम, वक्षविकास दण्ड और मिश्रदण्ड के अभ्यास सिखाये और साथ ही आठ प्रकार के प्राणायाम क्रमश: भस्त्रिका, कपालभाति, बाह्य प्राणायाम, अग्निसार क्रिया, उज्जाइ, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी कराते हुये ध्यान का अभ्यास कराया। और कहा नियमित योगाभ्यास करने से मोटापा, गैस, कब्ज, जोड़ों का दर्द, डिप्रेशन, तनाव, लकवा, पैरालाइसिस, कैंसिर जैसे रोगों में लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमें नशामुक्त बनना है जर्दा, गुटखा, बीडी, सिगरेट, भांग, गांजा और शराब छोडने की दवाई है, 100 ग्राम अदरक के छोटे-छोटे टुकडे करें, उन अदरक के टुकडों में दो बडे-बडे नींबू का रस मिलाएं, स्वादानुसार सेंधा नमक मिलाएं और दो दिन तक धूप में सुखाएं और पुडिया बनाकर अपने पास रखें, जब भी उपरोक्त नशा करने की तलब लगने पर दो दाने मुख में रखकर चूसें इससे पेट की बीमारी मिटेगी और नशा करने की आदत से मुक्ति मिलेगी। योग शिविर में उदयभान रघुवंशी, सुरेश रघुवंशी, कुंदन सिंह, अनिल, राजेश लोधी, गगन, रविंद्र रघुवंशी, दिनेश कोरी, ब्रिजेश लोधी, जगन्नाथ रघुवंशी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।