नेतृत्व विकास के विद्यार्थियों ने समझी सखी सेंटर की कार्यप्रणाली 

khemraj mourya
शिवपुरी। महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा वर्तमान में सबसे बड़ा मुद्दा है,क्योंकि महिलाएं घर के बाहर ही नहीं बल्कि घर के भीतर भी असुरक्षित है। घरों के बढ़ते उत्पीडऩ और हिंसा के मामले बेहद चिंता का विषय है। यह स्थिति महिलाओं के सशक्तिकरण का बड़ा अवरोध है। महिलाओं पर होने वाली घरेलू हिंसा बच्चों के विकास को भी प्रभावित करती है। इसके निदान के लिये सामुदायिक प्रयासों की जरूरत है। महिलाओं के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव लाने की जरूरत है।


वन स्टॉप सेंटर की कार्य पद्धति एवं महिलाओं को मिलने वालीं सुविधाओं को समझने के लिये पहुंचे नेतृत्व विकास क्षमता विकास पाठ्यक्रम के प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी देते हुए प्रशासक कंचन गौड़ ने कहा कि हिंसा पीडि़त महिलाओं को राहत पहुंचाने के लिये वन स्टॉप सेंटर एक बेहद महत्वपूर्ण स्थल है। पीडि़ता को एक ही स्थान पर विभिन्न विभागों से समन्वय कर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जातीं है।
     बाल संरक्षण अधिकारी राघवेन्द्र शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि पीडि़त महिलाओं एवं 18 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं को पुलिस सहायता,विधिक सहायता,चिकित्सा सहायता,अस्थाई आश्रय सुविधा के साथ ही परामर्शी सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकें इसी उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर का संचालन किया जा रहा है। वन स्टोप सेंटर को सखी नाम दिया गया है,जैसे महिलाएं अपनी सखी-सहेली के साथ अपने हर दुखदर्द को सांझा करतीं है,ठीक उसी प्रकार वन स्टॉप सेंटर पर भी हर समस्या के निदान के लिये संपर्क किया जा सकता है।
    महिलाओं पर हिंसा सामाजिक विकास की सबसे बड़ी बाधा है। महिलाओं पर होने वाली घरेलू हिंसा का सीधा असर बच्चों के विकास पर भी पड़ता है। पीडि़त महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर की सुविधाओं के विषय में जानकारी देने तथा उन्हें हिंसा की खिलाफत करने के लिये प्रेरित करने की जरूरत है। जानकारी प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षणार्थियों ने वन स्टॉप सेंटर पर मिलने वाली सुविधाओं की सराहना करते हुए कहा, हिंसा पीडि़त महिलाओं के लिये सखी सेंटर निश्चय ही महत्वपूर्ण स्थान है। इस सेंटर की जानकारी हम ग्रामीण अंचलों की घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं तक पहुंचाकर उन्हें सेंटर से जोडऩे के प्रयास करेंगे।
   प्रशिक्षणार्थियों के भृमण के दौरान पर्यवेक्षक अंगूरी बाथम, मेंटर्स अनुज दुवे, ओमवती भार्गव,उर्मिला निगम एवं नवी अहमद के अलावा मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के प्रथम,द्वतीय एवं तृतीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।