सिंधिया के समर्थन में नपाध्यक्ष और पार्षदों ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ 


amjad khan
शाजापुर। कमलनाथ सरकार की लुटिया डूबोने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस पार्टी से बगावत कर इस्तीफा दिए जाने के बाद उनके समर्थकों ने भी कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है। सिंधिया समर्थक नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती शीतल भट्ट, क्षितिज भट्ट सहित अन्य पार्षदों ने कांग्रेस की सदस्यता को त्याग दिया। इसीके साथ जिलेभर के अन्य सिंधिया समर्थकों ने भी कांग्रेस से नाता तोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी गुटबाजी के चलते पंद्रह वर्षों से प्रदेश की सत्ता से दूर रही। वहीं जब प्रदेश में कांग्रेस की दोबारा सरकार बनी तो कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर अंतरकलह के चलते पंद्रह माह में ही संकट मंडराने लगा और गुटबाजी के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद शाजापुर नगर पालिका अध्यक्ष शीतल भट्ट, क्षितिज भट्ट ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। प्रेसवार्ता आयोजित कर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि भट्ट ने कहा कि वे सिंधिया के साथ हैं और इसीके चलते उन्होने पार्षद सत्या वात्रे, विलेश व्यास, धर्मेंद्र प्रजापति, सेवादल खालिक खान, हलीम खान के साथ कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। भट्ट ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहा कि देश की आजादी के बाद से सिंधिया परिवार कांग्रेस के साथ रहा है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में भी सिंधिया परिवार ने अहम भूमिका निभाई है, लेकिन उपेक्षाओं के चलते उन्हे पार्टी से इस्तीफा देना पड़ा। भट्ट ने कहा कि जहां सिंधिया रहेंगे वहां उनके समर्थक रहेंगे।