सूदखोर से परेशान युवक पहुंचा थाने, दर्ज कराया मामला 

आरोपी ने पीडि़त के मकान की नोटरी कराकर प्राप्त किए थे खाली चैक, अब मकान खाली कराने का बना रहा था दबाव 


khemraj mourya
शिवपुरी। सूदखोर से परेशान एक युवक ने थाने पहुंचकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपी ने पीडि़त युवक को 15 प्रतिशत ब्याज पर कुछ रूपए दिए थे और उसके एवज में उसके मकान की नोटरी करा ली थी। साथ ही उसके हस्ताक्षर युक्त खाली चैक भी उससे ले लिए थे और अब सूदखोर उसके उस मकान को खाली कराने के लिए दबाव बना रहा था। जिससे परेशान होकर पीडि़त युवक ने पुलिस की शरण ली और उसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी। फिजिकल पुलिस ने उक्त सूदखोर के खिलाफ भादवि की धारा 384 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। 
जानकारी के अनुसार ओमप्रकाश पुत्र काशीराम रजक निवासी संजय कॉलोनी ने पूर्व में आरोपी राजेश उर्फ टिंकल खटीक निवासी वन विहार कॉलोनी से कुछ रूपए उधार लिए थे और रूपए देते समय आरोपी ने उसके मकान की नोटरी कराने के साथ उसके खाली चैक प्राप्त कर लिए थे। ओमप्रकाश ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे 15 प्रतिशत ब्याज पर वह रूपए दिए। जिसका ब्याज वह हर माह दे रहा था। साथ ही मूलधन में भी उसने रूपए जमा कर दिए थे। लेकिन आरोपी लगातार उससे पूरे रूपयों की मांग कर रहा था और उसने रूपए न देने पर उसके मकान को खाली करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोपी उसे जान से मारने की धमकी भी दे रहा था। जिससे परेशान होकर उसने पुलिस की शरण ली। 
सूदखोर से परेशान होकर युवक परिवार सहित कर चुका है आत्मदाह का प्रयास 
जिस सूदखोर राजेश उर्फ टिंकल खटीक से ओमप्रकाश ने रूपए उधार लिए थे। जिसकी प्रताडऩा से तंग आकर युवक ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं सूदखोर टिंकल खटीक की प्रताडऩा से तंग आकर फल विक्रेता जितेंद्र पुत्र रमेश राठौर ने अपनी पत्नी मनीषा व मां बसंती के साथ एसपी ऑफिस में पहुंचकर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उसे ऐसा करने से रोक लिया। पीडि़त का आरोप था कि उसने बहन की शादी और व्यापार के लिए टिंकल खटीक सहित कपिल राठौर, विकास खटीक, गिरजा खटीक और रवि खटीक की मां से रूपए उधार लिए थे और ब्याज सहित मूलधन से अधिक रूपए वह सूदखोरों को दे चुका था। लेकिन फिर भी सूदखोर उसपर दबाव बना रहे थे। 28 फरवरी की शाम टिंकल खटीक और गिरजा खटीक ने उससे रूपए वापिस करने का दबाव बनाया। इस दौरान जितेंद्र ने उन लोगों से काफी मिन्नते की लेकिन उनका मन नहीं पसीजा और वह उस  पर मकान बेचने का दबाव बना रहे थे। जिससे तंग आकर जितेंद्र अपने पूरे परिवार के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा और आत्मदाह करने के लिए उतारू हो गया।