सार्वजनिक तौर पर नही मांगी माफी तो अग्र होगा आंदोलन

पूर्व विधायक और भाजपा नेता अनिल गुप्ता के बयान से उग्र हुई कांग्रेस
पूर्व विधायक रामलाल और अनिल गुप्ता का कांग्रेसियों ने किया पुतला दहन


सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल ङ्क्षसह को भाजपा के पूर्व विधायक रामलाल रौतेल के द्वारा कहे गये अपशब्दो को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौप रामलाल के विरूद्व एफआईआर दर्ज करने की मांग की, इतना ही नही कांग्रेसियों ने पूर्व विधायक व भाजपा नेता अनिल गुप्ता का पुतला दहन कर प्रदर्शन को अग्र रूप देने का संकेत दिया।


अनूपपुर। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती अनूपपुर के इतिहास में यादगार रहेगी, वजह 2 अक्टूबर को भिखमतिया बाई कोल को न्याय दिलाने के लिए सत्याग्रह पूर्व विधायक रामलाल रौतेल के द्वारा शुरू कराया गया, उसके बाद पखवाडा बीतते ही मामले को लेकर पूर्व विधायक के नेतृत्व में भाजपा के दिग्गज नेताओं ने मोर्चा संभाला। मोर्चा ऐसा संभाला कि वह अब उल्टा उन पर भारी पड रहा है। भिखमतिया को न्याय दिलाने के लिए तत्काल में भाजपा नेताओं ने क्षेत्रीय संघर्ष समिति का गठन कर दिया और उनके बैनर तेल भिखमतिया की जमीन हडपने का आरोप पटवारी रमेश सिंह पर लगाया, जिसका की दूर-दूर तक उसकी जमीन से नाता ही नही रहा। कहते है किसी को मंच में माइक मिल जाये तो बोलना क्या है शायद वह भूल जाता है, कुछ ऐसा ही हुआ कि भाजपा नेता जिन पर पहले से ही आदिवासियों की जमीन हडपने का  आरोप लगा है, उन्होने भिखमतिया को मोहरा बना लिया और कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह पर भी आरोप लगाते हुए निम्नस्तर की भाषा बोल डाली, जिसके बाद कांग्रेस उग्र हो गई, पहले चरण में उसने प्रदर्शन कर सार्वजनिक तौर पर रामलाल को मांफी मांगने के लिए कहा, यदि रामलाल ने मांफी नही मांगी तो कांग्रेस का आंदोलन कितना अग्र होगा, भाजपा नेता अनिल गुप्ता व पूर्व विधायक रामलाल रौतेल का पुतला दहन कर युवक कांग्रेस ने यह भी संकेत दे दिया।
ऐसा क्या कहा था रामलाल ने
बुधवार 17 अक्टूबर को पूर्व विधायक रामलाल रौतेल के द्वारा भिखमतिया बाई को न्याय दिलाने के लिये सार्वजनिक मंच से यूं तो तमाम प्रकार की बातें कहीं, लेकिन उन्होने कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह को क्या कहा कि कांग्रेस भडक गई तो रामलाल ने भाषण देने के दौरान बिसाहूलाल सिंह को  'हवशी, चोर और डकैत बताया था। अब कांग्रेस तीनो शब्दो को लेकर सडक पर उतर चुकी है।
जिलाध्यक्ष ने लिया आडे हाथो
प्रदर्शन के दौरान उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने खुले शब्दो में कहा कि प्रदेश में 15 साल भाजपा की सरकार रही और दो बार रामलाल रौतेल विधायक रहे। कोई ऐसा विकास का कार्य बताये जो उन्होने जनता को सौगात में दिया हो। उन्होने कहा कि जिसकी नीयत जैसी होती है उसी हर कोई वैसा ही नजर आता है। रामलाल ने विधायक बिसाहूलाल सिंह के लिए जिन शब्दो का इस्तेमाल किया, वास्तव में वह शब्द खुद रामलाल के लिए सटीक है और इसका प्रमाण जनता ने उन्हे नकार कर दे दिया है।
इनके दत्तक पुत्र है रामलाल
अब जब रामलाल ने बात छेड ही दी है तो जनता को बताने में मुझे कोई परहेज नही, यह बात प्रदर्शन के दौरान मंच से जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल ने कागजों को लहराते हुए कहा कि हल्का अनूपपुर की भूमि का खसरा नंबर 77/1/ख/1/82/2क रामलाल दत्तक पुत्र देवलाल तथा खसरा नंबर 54/2/ख, 55/2ख, 77/1/ख/2, 82/2/ख, 200/2/ख, 201/2/ख, 537/1/ख/2 की भूमि रामलाल दत्तक पुत्र रामकरण के नाम दर्ज है। इतना नही हल्का अनूपपुर की आराजी खसरा नंबर 75/1/क/2 रामलाल पिता सोनई कोल के नाम दर्ज है। इसके आगे जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि और कुछ बताने को नही रह जाता।
मामला है 2 लाख का
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भिखमतिया बनाम रमेश पटवारी का मामला तो महज जनमानस को भ्रमित करने का है, मामला दो लाख रूपए का है, शायद रमेश पटवारी दो लाख रूपए दे देते तो शायद यह कुछ नही होता। 15 सालो तक सरकार रही और दो बार विधायक रहे रामलाल ने भिखमतिया को उस दौरान न्याय दिलाने के लिए ऐसा कुछ क्यो नही किया। जाहिर है कि तब उनके मधुर रहे होंगे। बिसाहूलाल सिंह ने भिखमतिया बाई को आवश्यकता के समय मदद कर उसके बच्चे के उपचार में आर्थिक सहयोग किया और भिखमतिया ने जमीन उन्हे बेची, रामलाल ने इतने निम्न दर्जे की राजनीति शुरू की है शायद हम सोच भी नही सकते।
उग्र होगा आंदोलन 
युवक कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष राघवेन्द्र पटेल ने कहा कि यदि पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने सार्वजनिक तौर पर बिसाहूलाल सिंह के लिए कहे गये अपने शब्द वापस नही लिये और मांफी नही मांगी तो अनूपपुर से प्रदेश व्यापी आंदोलन युवक कांग्रेस शुरू करेगी। उनके द्वारा राजनीति में ऐसे निम्न स्तर के शब्द कहना गलत है। यह सब कोई जानता है कि भिखमतिया बाई को तो सिर्फ मोहरा बनाया गया है, अपना हित साधने के बाद चीखने चिल्लाने वाले भाजपा नेता फिर भिखमतिया की ओर मुड कर नही देखेंगे।