ओला पीडित किसानों की हकीकत देखने गांव-गांव पहुंची कलेक्टर

70 से अधिक गांव के ढाई हजार हेक्टेयर जमीन में फसलों के नुकसान की आशंका।
- प्रशासन ने शुरू कराया सर्वे, गांव में निकलीं सर्वे टीम।


awdhesh dandotia
मुरैना। बीते रोज हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों ने शनिवार की सुबह कलेक्टर बंगला घेर लिया। ओलों से बर्बाद फसल को लेकर किसान कलेक्टर बंगले के बाहर बैठ गए और मुआवजा दिलाने की मांग करने लगे। कलेक्टर बंगले में मौजूद नहीं थी तो आधा घंटे तक बंगले के बाहर धरना देने के बाद सभी किसान कलेक्टोरेट पहुंच गए जहां कलेक्टर प्रियंकादास से मुलाकत कर उन्हें अपनी पीडा से वाकिफ कराया साथ ही किसानों ने ओले व बर्बाद फसल भी कलेक्टर को दिखाई। 


तीन दिन पहले जिले में हुई ओलावृष्टि से किसान जैसे-तैसे बच पाया था कि बीते रोज ओले ने किसानों की फसल को चौपट कर दिया। जिले के तकरीबन 70 गांव ओलावृष्टि के प्रभाव में आए। एक अनुमान के अनुसार 70 गांवों की तकरीबन ढाई हजार हैक्टेयर में खड़ी सरसों, गेंहू व अरहर की फसल नष्ट हो गई है। शनिवार की सुबह कुतवार, नाका, सुहेल का पुरा, बसेरी, विचोला सहित एक दर्जन गांव के ग्रामीण ओलो सें नष्ट हुई फसल व ओले लेकर कलेक्टर बंगले पर आ गए। किसानों ने एक आधा घंटे तक धरना दिया। उन्हें पता चला कि कलेक्टर यहां मौजूद नहीं है तब किसान उठकर कलेक्टोरेट पहुंच गए। यहां कलेक्टर ने पीडित किसानों से मुलाकात की और नष्ट फसल को देखने के बाद उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन की सर्वे टीम क्षेत्र में निकल गई हैं। यह टीम सभी किसानों के खेतों तक जाएंगी और बर्बाद फसल का आंकलन करेंगी। यह रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी जिससे किसानों को उनकी बर्बाद फसल का मुआवजा मिल सके। कलेक्टर से आश्वासन मिलने के बाद किसान अपने-अपने गांव लौट गए।


कलेक्टर ने भी लिया जायजा : 
शनिवार की दोपहर कलेक्टर प्रियंकादास मुरैना विकासखंड के जींगनी, खेरा व माता बसैया इलाके में निकल गईं। यहां उन्होंने खेतों को देखा और किसानों से भी चर्चा की। कलेक्टर के साथ राजस्व अमला मौजूद था। कलेक्टर ने सभी किसानों से आश्वासन दिया है कि उन्हें बर्बाद फसल का उचित मुआवजा अवश्य मिलेगा। 


ढाई हजार हेक्टेयर में नुकसान की आश्ंाका : 
किसान कल्याण विभाग के उप संचालक प्रकाशचंद पटेल ने बताया कि अभी बर्बाद फसल का पूरा आकलन तो नहीं हो पाया है लेकिन अनुमान है कि जिले के तकरीबन 70 गांव में इस प्राकृतिक आपदा से फसल बर्बाद हुई है। उन्होंने बताया कि रबी फसल का कुल रकबा जिले में 2.71लाख हैक्टेयर है। जिसमें से एक अनुमान के अनुसार ढाई हजार हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। शेष स्थिति सर्वे के बाद सामने आ सकेगी।


वर्जन : 
ओला प्रभावित इलाकों में राजस्व टीम सर्वे के लिए रवाना की गई हैं जिनके द्वारा स्थिति का आकलन किया जा रहा है। सर्वे के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
प्रियंकादास, कलेक्टर मुरैना