शिवराज कैबिनेट में शुक्ल, शाह और यशोधरा को नहीं मिलेगी जगह!

सीएम चार को जा सकते हैं दिल्ली, छह मई को मंत्रिमंडल विस्तार
भोपाल। प्रदेश में एक बार फिर शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि लॉक डाउन खत्म होते ही छह मई तक मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। इसके लिए चार मई को मुख्यमंत्री शिवराज दिल्ली हाईकमान से मुलाकात करने जा सकते हैं। दूसरी बार होने वाले मंत्रिमंडल में कमलनाथ सरकार को सड़क पर लाने में अहम भूमिका निभाने वाले कई भाजपा विधायकों और सिंधिया समर्थकों को जगह दी जा सकती है। फिलहाल शिवराज की मिनी कैबिनेट में पांच मंत्री है। अब दूसरे लॉक डाउन की समय सीमा समाप्त होने वाली है। ऐसे में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों ने फिर जोर पकड़ लिया है। दिल्ली में हाईकमान और सिंधिया से चर्चा के बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है। क्योंकि कई वरिष्ठ नेताओं को अभी इस मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। वहीं चर्चा इस बात की भी है कि पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल, विजय शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया की छुट्टी हो सकती है। इसके साथ ही समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों को भी कैबिनेट में जगह नहीं दी जाएगी।  इधर, विधानसभा अध्यक्ष के लिए जगदिश देवड़ा, सीता सरण शर्मा, केदारनाथ शुक्ला, गोपाल भार्गव का नाम भी चर्चा में बना हुआ है।



28 होंगे मंत्री
गौरतलब है कि 230 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की संख्या के लिहाज से मंत्रिमंडल में 15 फीसदी यानी 35 सदस्य ही हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। शिवराज समेत अब कैबिनेट में 6 सदस्य हैं। 28 विधायकों को बाद में मंत्री बनाया जा सकता है। 
भाजपा से इन्हें बनाया जा सकता है मंत्री
भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विश्वास सारंग, गौरीशंकर बिसेन, गिरीश गौतम, नीना वर्मा, रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, अरविंद भदौरिया, ओम प्रकाश सकलेचा, मोहन यादव, संजय पाठक, बिसाहू लाल सिंह, राम लल्लू वैश्य, जालम सिंह पटेल, करण सिंह वर्मा, गायत्री राजे पंवार, यशपाल सिंह सिसौदिया शामिल हैं।
इन सिंधिया समर्थकों मिल सकती है कमान
इमरती देवी, प्रदुम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिसौदिया, डॉ. प्रभुराम चौधरी, हरदीप सिंह डंग, एंदेल सिंह कंसाना और राज्यवर्धन सिंग दतिगांव शामिल हैं।