अंत्योदय की सेवा ही मां भारती की सेवा : सोलंकी

भाजपा के रास प्रत्याशी सुमेर सिंह ने चर्चा में कहा 
भोपाल, गरीब गुरबों और आदिवासी भाईयों की सेवा करना ही मेरा लक्ष्य है और इसे ही मैं मां भारती की सेवा मानता हूं। यह आगे भी निरंतर जारी रहेगी। यह बात भाजपा द्वारा राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाए गए डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने शनिवार को दबंग दुनिया से विशेष चर्चा में कही।


उन्होंने कहा कि मैंने बीते दस वर्षों में राज्य सरकार और केंद्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं को हिंदी से रूपांतरित करके वारली और भिलाली में अनुवाद किया और उन आदिवासी भाइयों को समझाया जहां इसकी बेहद आवश्यकता थी। इसका एक ही उदेश्य था कि उन्हें योजनाओं के माध्यम से लाभ मिल सके और उनके जीवनशैली में परिवर्तन आए। हमे खुशी है कि इसका परिणाम भी काफी सकारात्मक हुआ। यह सब कैसे संभव हुआ के जवाब में प्रो. सोलंकी का कहना था कि मैं बड़वानी में प्रोफेसर के पद पर हूं और मेरे कॉलेज में एनएसएस से जुडेÞ अनेक छात्र हैं, जिनकी मदद लेकर मैंने यह सब काम किया। बड़वानी का पार्टी ब्लॉक पूरे देश में सबसे पिछड़ा ब्लॉक है जहां मैंने यह सब कार्य किया। उन्होंने बताया कि वे पार्टी ब्लॉक के एकमात्र ऐसे छात्र हैं, जिन्होंने सबसे पहले पीएचडी की उपाधि हासिल की थी। राज्यसभा के माध्यम से वे देश के उच्च सदन में भाग लेकर रचनात्मक और सृजनात्मक तरीके से सेवा देना चाहते हैं।