प्रदेश में स्वयं सेवक प्रतिदिन तीन लाख परिवारों को करा रहे भोजन

-कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में आरएसएस ने उठाया बीड़ा

भोपाल। कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन से आम आदमी आर्थिक रूप से परेशान हो रहा है। ऐसे में उसके सामने दो जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस स्थिति को देखते हुए विश्व के सबसे बड़े सामाजिक संगठन कहे जाने वाले आरएसएस ने लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया हुआ है। प्रदेश में ही संघ के स्वयंसेवक हर रोज करीब 3 लाख परिवारों को तैयार किया हुआ भोजन पहुंचा रहे हैं। यही नहीं, स्वयंसेवकों द्वारा मास्क वितरण से लेकर रक्तदान तक करने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही फुटपाथों व सड़कों पर रहने वाले गरीब व मजदूरों के रहने की भी अस्थाई निवास की भी व्यवस्था करने का काम भी इनके द्वारा किया जा रहा है।
सेवा कार्य विभाग बढ़ाएगा दायरा
महाकोशल प्रांत के विंध्य विभाग के मऊगंज जिला के स्वयं सेवक इंजीनियर कुलदीप मिश्रा ने बताया कि परोपकार का यह काम संघ के सेवा कार्य विभाग द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए अब संघ प्रमुख ने सेवा कार्य विभाग का दायरा बढ़ाने को कहा है। इसके बाद से मऊगंज सहित प्रदेश भर में इसका दायरा बढ़ाने के साथ ही इस कार्य में और तेजी लाई जा रही है।  
स्वयंसेवक कर रहे ये काम
कुल 5781 स्थानों पर संघ के 28,466 कार्यकर्ता दे रहे हैं, सेवाएं। लगभग बीस लाख भोजन के पैकेट्स के साथ तीन लाख परिवारों की हो रही सेवा। कार्यकर्ता प्रवासी श्रमिकों की सहायता, रक्तदान और घुमंतू जाति के लोगों के लिए काम में लगे हुए हैं।