कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला अचानक इंदौर लौटे, माना जाता है बीजेपी का करीबी 


इंदौर। शहर के विधानसभा क्षेत्र एक से कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला अचानक जयपुर से इंदौर लौट आए हैं। वह बुधवार को ही सभी विधायकों के साथ प्लेन से जयपुर गए थे। संजय शुक्ला को बीजेपी का करीबी भी माना जाता है। ऐसे में कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। हालांकि, शुक्ला ने स्पष्ट किया कि वह पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक दिन के लिए इंदौर (Indore) आए हैं और वापस जयपुर चले जाएंगे।
संजय शुक्‍ला की निगरानी के लिए सीएम कमलनाथ ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय वाकलीवाल को लगा दिया है। विनय पूरे समय संजय शुक्‍ला के साथ साए की तरह रहते हैं। हालांकि, शुक्ला ने कहा वह कांग्रेस में ही रहेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं गरीबी से ऊपर उठा हूं और ज्योतिरादित्य सिंधिया शुरू से ही सिंहासन पर बैठे हैं। वह कार्यकर्ताओं की दिक्कत नहीं जानते हैं।'


कांग्रेस पार्टी के साथ 
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने बताया कि जयपुर में अभी कांग्रेस के 84 विधायक हैं। हम लोग पूरी ताकत से कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी के साथ हैं। सरकार को कोई खतरा नहीं है। जयपुर में विधायक आराम कर रहे हैं। किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। सब साथ में हैं। संजय शुक्‍ला ने बताया कि उनलोगों के मोबाइल भी चालू हैं और मीडिया से भी बात कर रहे हैं, लेकिन बेंगलुरू में मौजूद कांग्रेसी विधायकों से मीडिया को चर्चा नहीं करने दी जा रही है। उन्‍होंने दावा किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन वाले वीडियो भी पुराने हैं। वीडियो जारी करने से कुछ नहीं होगा, उनमें से ज्यादातर विधायक हमारे साथ हैं। कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि भाजपाई बेंगलुरू में उनके सिर पर सवार हैं। अगर वो स्वतंत्र हैं तो मीडिया और फिर घरवालों से बात करने दिया जाना चाहिए, क्योंकि उनके घर वाले परेशान हो रहे हैं। बीजेपी ने उनको कैद कर रखा है।


बीजेपी में नहीं जाऊंगा
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय की मुलाकात पर भी अपनी सफाई देते हुए बताया कि वो धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने पितृ पर्वत पर गए थे। हनुमानजी की प्राण प्रतिष्ठा शामिल होने के लिए वो गए थे। वहां उनकी मुलाकात इन नेताओं से हुई थी, लेकिन वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। संजय शुक्‍ला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्‍हें बहुत सम्मान दिया है। एनएसयूआई के अध्यक्ष से लेकर दो बार पार्षद और फिर विधायक बनाया है। मैं इस पार्टी को नहीं छोड़ सकता। मेरे बारे में अफवाह उड़ाई जा रही है कि मैं बीजेपी में शामिल हो रहा हूं जो गलत है।