amjad khan
शाजापुर। शहर में नवरात्रि पर लगने वाले मेले और दायरा में आस्ताना ए आलिया पर लगने वाले उर्से मुबारक पर कोरोना के क$फ्र्यू का कोई असर नही पड़ेगा और प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी दोनों आयोजन संपन्न होंगे। हालांकि कोरोनो के कहर से बचने के लिए इस बार जिला प्रशासन ने दोनों ही आयोजनों में कम भीड़ पहुंचे इसको लेकर प्रयास करने की बात कही है, क्योंकि भीड़ में कोरोना वायरस के फैलने का अंदेशा है। उल्लेखनीय है कि मां भगवती की आराधना का पर्व आगामी 25 मार्च से आरंभ होगा। श्रृद्धा और आस्था से ओतप्रोत इस चैत्र नवरात्रि पर पूरे शहर में मां भवानी के जयकारे गूंजेंगे और मां के नौ स्वरूपों को पूजा की जाएगी। इसीके साथ स्थानीय राजराजेश्वरी माता मंदिर परिसर में प्रतिवर्ष लगने वाले पंद्रह दिवसीय मेले का भी शुभारंभ होगा। इसी तरह 18 मार्च से दायरा में आस्ताना ए वारसी पर पांच दिवसीय उर्स की मिलाद के साथ शुरूआत होगी, जिसको लेकर तैयारियां चल रही हैं।
घटना स्थापना के साथ शुरू होगी आराधना
गौरतलब है कि नवरात्रि का पर्व शहर सहित जिलेभर में धूमधाम और पूरी आस्था के साथ मनाया जाएगा। नगर की प्रसिद्ध राजराजेश्वरी माता मंदिर में सुबह घट स्थापना कर मां की महाआरती की जाएगी, इसके बाद मंदिर परिसर में लगने वाले 15 दिवसीय मेले की भी औपचारिक शुरूआत होगी। वहीं नगर के कसेरा बाजार स्थित रूपामाता मंदिर, दुपाड़़ा रोड स्थित चामुंडा माता मंदिर, नई सड़क स्थित बिजासन माता मंदिर, टेंशन चौराहा स्थित बिजासन माता मंदिर, मीरकला बाजार स्थित संतोषी माता मंदिर, तालाब की पाल स्थित महालक्ष्मी मंदिर सहित करेड़ी स्थित मां कनकावती मंदिर सहित अन्य माता मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहेगा।
झूले रहेंगे आकर्षण का केंद्र
नवरात्रि के शुरू होते ही राजराजेश्वरी मंदिर परिसर में मेले का शुभारंभ भी होगा। मेले में आने वाले लोगों के लिए झूले आकर्षण का केंद्र रहेंगे। वहीं मां की महाआरती का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होकर मां का आशीर्वाद लेंगे। बड़ों के साथ बच्चों के लिए इस वर्ष भी एक से बढ़कर एक झूले मेला स्थल पर पहुंच चुके हैं। वहीं चाट पकोड़ी, सजावटी सामानों के साथ ही नारी श्रृंगार की दुकानें लगाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है।
कोरोना के कारण नही थमेगा मेला और उर्स, आयोजन स्थल पर पहुंचे झूले