उनका कहना है- सिंधिया अलग पार्टी बनाते तो वह जाते उनके साथ
khemraj morya
शिवपुरी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोडऩे के बाद उनके साथ रहने का निर्णय पूर्व विधायक गणेश गौतम ने लिया था। लेकिन सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद गणेश गौतम ने अपने कदम वापस पीछे खीेंच लिए हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस में रहेंगे और सिंंधिया के साथ नहीं जाएंगे।
पूर्व विधायक गणेश गौतम ने चर्चा करते हुए कहा कि उनकी निष्ठा सिंधिया परिवार के प्रति है। इस कारण जब श्री सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी तो उन्होंने उनके साथ राजनीति करने का निर्णय लिया। उन्हें भरोसा था कि सिंधिया भाजपा में शामिल नहीं होंगे और अलग पार्टी बनाएंगे। इससे उनके साथ समर्पित भाव से काम करने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं की गरिमा भी बनी रहती। लेकिन सिंधिया जब भाजपा में चले गए हैं तो उन्होंने निर्णय लिया है कि भाजपा में जाने की बजाए वह कांग्रेस में ही रहेंगे। क्योंकि कांग्रेस उनका घर है और यहां उनको सम्मान भी मिलेगा। भाजपा में तो जो पार्टी के प्रति प्रारंभ से ही निष्ठावान है और शुरू से ही जुडे रहे हैं, उन्हें अधिक महत्व मिलने की संभावना है। सिंधिया जी अपने समर्थकों को कैसे महत्व और स्थान दिला पाएंगे। कांग्रेस में रहने वाले सिंधिया समर्थकों में पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, जिला कांग्रेस के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण धाकड़, नपा के पूर्व उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और सेवादल के अनिल उत्साही और रामकुमार यादव के अलावा अब गणेश गौतम भी कांग्रेस में ही रहकर राजनीति करेंगे।
पूर्व विधायक गौतम ने फैसला बदला, नहीं जाएंगे सिंधिया के साथ, रहेंगे कांग्रेस में