सोशल डिस्टेंसिंग : नपा ने मेडीकलों और डेयरियों पर चूने से लगाए गोले 

एक मीटर के डिस्टेंस में लाइन लगाकर  दवा और दूध खरीद रहे हैं लोग 


khemraj mourya
शिवपुरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल डिस्टेंसिंग वाली अपील का असर अब शहर में दिखना शुरू हो गया है। नगर पालिका ने शहर के विभिन्न मेडीकलों और डेयरियों के बाहर चूने से गोले लगा दिए हैं। जिनकी एक-दूसरे से दूरी एक मीटर रखी गई है। इस गोले के अंदर दुकान पर आने वाले लोगों को लाइनवद्ध तरीके से खड़ा किया गया, जिन्हें वहां मौजूद पुलिसकर्मी एक-एक कर दुकान पर भेजते देखे गए। सोशल डिस्टेंसिंग के इस प्रयास को काफी सराहा जा रहा है। इस कदम से कफ्र्यू का उद्देश्य पूर्ण होता दिख रहा है। इसका जायजा लेने के लिए एसपी राजेश सिंह चंदेल अपने वाहन से शहर में घूम रहे हैं और जहां कमी नजर आती है, वहां पुलिसकर्मियों को उसे सुधारने के आदेश भी दे रहे हैं। 



कफ्र्यू का आज दूसरा दिन है। कल कुछ कमियों के बाद आज उन कमियों को सुधारने का प्रयास पुलिस और प्रशासन ने किया है। जहां मेडीकलों पर कल भीड़ लगी हुई थी। वहां आज दवा खरीदने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं। डेयरियों पर भी लाइनों का नजारा देखा गया है और लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। दुकानों पर पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई। जिसका उद्देश्य लोगों को अपने कर्तव्यों को बोध कराना है। शहर की मोहन मेडीकल, ऊषा मेडीकल, गोयल मेडीकल सहित अन्य मेडीकलों पर सुबह से ही भीड़ देखी जा रही है। सार्वधिक भीड़ मोहन मेडीकल पर लगी है। जहां गोलों के अंदर लोग खड़े हैं। लाईन मोहन मेडीकल से लेकर अस्पताल चौराहा तक लाइन लगी हुई है। इसके पीछे दवा खरीदने आने वाले लोगों को कहना है कि उन्हें मोहन मेडीकल पर दवा खरीदने से फायदा है। क्योंकि और कोई मेडीकल 10 प्रतिशत डिस्काउंट नहीं देता है। 



कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों पर बरसे डंडेंं


कफ्र्यू के दौरान बेबजह घर से निकलकर सड़कों पर घूम रहे लोगों को पुलिस ने काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन इसके बाद भी जब लोग सड़कों पर आने से नहीं माने तो पुलिस को अपने बल का प्रयोग करना पड़ा और ऐसे लोगों को डंडें मारकर वहां से भगाया। कई स्थानों पर लोगों को मुर्गा भी बनाया गया। इसके बाद भी लोग समझने को तैयार नहीं हैं और वह घरों से निकलकर बाजारों तक आ रहे हैं। 



बिना सुरक्षा नपा सफाईकर्मियों से करा रही है सफाई 
शहर में साफ-सफाई रखने की जिम्मेदारी नगर पालिका प्रशासन की है, अधिकारियों ने सफाईकर्मियों को बिना कोई सुरक्षा प्रदान किए सफाई कराने गंदगी में उतार दिया है। आज सुबह आईटीबीपी गेट के पास कुछ सफाईकर्मी गंदगी उठा रहे थे, उनके पास न तो हाथों में गिलेब्स थे ना ही गाउन और न ही पैरों में जूते थे। जिनसे जब पूछा गया कि नपा ने उन्हें यह सुरक्षा प्रदान नहीं की। जिस पर सफाईकर्मियों ने इंकार कर दिया। जब सीएमओ केके पटेरिया से इस बारे में बात की गई तो उनका तर्क था कि मार्केट में गिलेब्स उपलब्ध नहीं है। इसलिए सफाईकर्मियों को वह नहीं दिए जा सकें। वहीं कलेक्टर अनुग्रह पी ने इसे गंभीर लापरवाही माना है और जल्द से जल्द सफाईकर्मियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की बात कही है।



पेट्रोल पंपों पर दिखी सामाजिक दूरी 
अभी तक पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डलवाने के लिए वाहनों की भीड़ नजर आती थी। लेकिन आज से पेट्रोल पंपों पर 1-1 मीटर का फांसला वाहन चालकों के बीच रखा गया। यह सामाजिक दूरी कोरोना से लडऩे के लिए कारगार साबित हो रही है। पेट्रोल पंपों पर वाहनों के बीच की दूरी बढ़ाने से अब वहां लोगों का जमावड़ा नहीं हो रहा है। वहीं पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डालने वाले कर्मचारियों की भी परेशानी खत्म हो गइ है।