उपचुनाव: चौबीस सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाने कूदेगा सपाक्स

पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करना है मुख्य मुद्वा
भोपाल। शासकीय सेवाओं में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त किए जाने जैसे मुद्वों को लेकर राजनीति के अखाड़े में कूद चुकी सपाक्स ने एक बार फिर हुंकार भरी है। यह हुंकार प्रदेश में हाल ही दिनों में आपसी खींचतान के चलते सत्ता से बेदखल हो चुकी कमलनाथ सरकार और सिंधिया गुट के कुल 22 विधायकों के इस्तीफे से रिक्त हुई सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर है। इसी प्रकार की हुंकार सपाक्स ने बीते विधान सभा चुनावों के वर्ष 2018 में भी कर चुकी है। माना जाता है कि सपाक्स की अपील पर लगभग चौदह सीटों पर मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग कर दिया जो कि भाजपा की राह में रोड़ा बन गया । तब स्थितियां कुछ और थी और अब समीकरण बदला है।
 प्रदेश की इन 22 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सपाक्स का सीधा कहना है कि वो उन्हीं प्रत्याशियों के पक्ष में समर्थन की बात करेगी जो पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था को समाप्त कराने का वादा करेगा। ऐसे में देखा जाए तो सपाक्स के निशाने पर राज्य के दोनो प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा हैं। बता दें कि सपाक्स ने अभी से यह बात स्पष्ट कर दी है कि वो अपने कर्मचारियों और मतदाताओं से यह बात कहेगी जो पदोन्नति में आरक्षण को लेकर समाप्त किए जाने का वादा करेगा उसे ही समर्थन करना है। ऐसे में अब कांग्रेस और भाजपा के लिए बेहद संवेदनशील मामला बन गया। ऐसे में अभी तक सत्ता में कांग्रेस थी तो जनअपेक्षाएं भी उसी से हैं। इसलिए संभव हो कि मौजूदा हालातों में सबसे अधिक नुकशान कांग्रेस का हो जाए।
 आरक्षण को लेकर दोनों दल सकते में :
 राज्य की मौजूदा हालातों पर गौर करें तो ऐसा लगता है कि पदोन्नति में आरक्षण को लेकर दोनों सियासी दल सकते में हैं। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। रही बात भाजपा की तो , वो आने वाले समय में संभावना है कि या तो अपनी स्थिति स्पष्ट करें या फिर सपाक्स जनता के बीच माई का लाल जैसे बयानों की याद दिलाए। यदि ऐसा होगा तो नुकशान ही होगा।
 सभी सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार : हीरालाल
 राज्य में होने वाल्ो उपचुनाव की सभ्ीा सीटों पर सपाक्स अपने उम्मीदवार उतारेंगा। इसके साथ कर्मचारियों और आम आदमी के मुद्वों को भी प्रमुखता के साथ उठाया जाएगा। एक और बात है कि सपाक्स बीते चुनाव से पहले माई के लाल वाले भाजपा के बयान को भी एक बार फिर जनमानस के बीच लेकर जाएगा।
 हीरालाल त्रिवेदी, अध्यक्ष सपाक्स
 भाजपा अजेय बनने की ओर :
 राज्य की ताजा सियासी घटनाक्रम में अभी कांग्रेस के सभी बागियों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशियों का वोट तथा भाजपा का अपना वोट बैंक उन प्रत्याशियों को जीत की ओर ही ले जा रहा है। कहने वाले तो यह भी कह रहे हैं कि प्रत्याशियों का जनाधार तथा कैडर वेस भाजपा का वोट दोनों मिलकर अजेय बनने की ओर अग्रसर हैं। हालांकि परिणाम को लेकर भविष्यवाणी नहीं की जा सकती बावजूद इसके ताजा घटनाक्रम का लाभ भाजपा को होता दिख रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि उपचुनावों की अधिकांश सीटे चंबल और मालवा की हैं।