awdhesh dandotia
मुरैना। कोराना महामारी जैसी दु:खद बीमारी को लेकर चल रहे प्रयासों में 108 एम्बुलेंस के कर्मचारी भी सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं और यह सामाजिक सेवा, जन सेवा के लिए तत्पर तैयार हैं।कोराना बायरस के संक्रमण के चलते हुए देशभर में लॉकडाउन की स्थति बनी हुई है जिसके कारण लोग अपने घरों में बैठे हुए हैं लेकिन इस विपरीत परिस्थिति की घड़ी में कोरोना वायरस महामारी जैसी बीमारी के लिए आपातकालीन 108 एंबुलेंस के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी सही समय पर जनसेवा करने का जज्बा पेश कर रहे हैं। इस दुखद भरी महावारी में आपातकालीन 108 एंबुलेंस के कर्मचारी लगभग 15 दिन से अपने परिवार बालों से दूरियां बनाए रखें हुए हैं कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जो देशभर में लॉक डाउन होने के कारण अपने गांव व घरों से पैदल ड्यूटी करने आ रहे हैं।
कोरोना पॉजिटिव के बड़े भाई छोटे सिंह पुत्र गोदन सिंह उम्र 38 वर्ष और इनकी पत्नी एवं 3 बच्चों सहित और इनके परिवार एवं मोहल्ले के सभी लोगों को आपातकालीन 108 एम्बुलेंस से ईएमटी शिवसिंह खटीक एवं पॉयलेट सुनील शर्मा के द्वारा जिला चिकित्सालय मुरैना में आइसोलेट कराया गया हैं और उसके बाद एम्बुलेंस को भी सेनिटाइजर कराई गई।
इनका कहना है
वर्तमान में पूरे देशभर में लॉक डाउन के कारण लोग दहशत का अभाव बना हुआ है इसी कारण लोग गंभीर स्थिति मैं पूरे देशभर फंसे हुए हैं । 108 एम्बुलेंस कोरोना महामारी से निपटने के लिए खाँसी जैसी संदेह बीमारी वाले मरीजों को लाकर तुरंत अस्पताल में आइसोलेट कराने का कार्य कर रही हैं। सामाजिक सेवा एवं जनसेवा ही ईश्वरीय सेवा होती है यही सबसे बडी सेवा है, सामाजिक सेवा एवं जनसेवा के अलावा कोई भी बड़ी सेवा नही है इसलिए में इस सेवा को सबसे बड़ी सेवा एवं पुण्य का काम मानता हूँ। हमारी आपातकालीन 108 एम्बुलेंस से अभी तक लगभग 40 से 45 कोरोना बायरस से संम्बधित मरीजो अस्पताल में पहुंचाया गया हैं।
शिवकांत उपाध्याय
108 जिला प्रभारी
24 घण्टे ड्यूटी पर तैनात रहते हुए कोराना बायरस के मरीजों को पहुंचा रहे जिला चिकित्सालय- 108 एम्बुलेंसकर्मी जुटे हैं सेवा में