आस्था और भक्ति के साथ दादावाड़ी के शिखर पर लहराई धर्मध्वजा

लॉक डाउन के चलते तीन दिवसीय समस्त आयोजन किए निरस्त



amjad khan
शाजापुर। नगर के ओसवालसेरी स्थित अतिप्राचीन दादावाड़ी के जीर्णोद्धार की छठवी वर्षगांठ के शुभ मौके पर ध्वजारोहण का धार्मिक कार्यक्रम शुक्रवार को विधिविधान के साथ सम्पन्न हुआ। इस उपलक्ष्य में  आयोजित किए जाने वाले तीन दिवसीय समस्त धार्मिक अनुष्ठान कोरोना संक्रमण के कारण लागू किए गए लॉक डाउन को देखते हुए निरस्त कर दिए गए और केवल लाभार्थी परिवारजनों ने शुभ मुहूर्त में दादावाड़ी के शिखर पर ध्वजारोहण कर धार्मिक परंपरा का निर्वहन किया। मीडिया प्रभारी मंगल नाहर ने बताया कि वर्ष 2014 में नगर की दादावाड़ी का जीर्णोंद्धार सम्पन्न हुआ था, जिसकी छठंवी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शासन रत्न मनोजकुमार बाबूमल हरण के मार्गदर्शन में दिनांक 08 से 10 अप्रैल तक तीन दिवसीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा था लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे लॉक डाउन का पालन करते हुए समस्त कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए, जिसके बाद कार्यक्रम के लाभार्थी परिवार के सदस्यों ज्ञानचंद भंसाली, सपन भंसाली, सचिन भंसाली द्वारा शुभ मुहूर्त में धार्मिक परंपरानुरूप दादावाड़ी के शिखर पर धर्म ध्वजारोहण कर दिया गया। इस अवसर पर दादावाड़ी में विराजित पांचों दादागुरूदेव की प्रतिमाओं की नयनाभिराम अंगरचना कर भक्ति भाव सहित पूजा-आरती की गई।
ये आयोजन किए निरस्त.
लाभार्थी भंसाली परिवार द्वारा तीन दिवसीय महोत्सव के रूप में इस वर्ष भी दादावाड़ी जीर्णोद्धार की वर्षगांठ मनाई जा रही थी, जिसके प्रथम दिवस 8 अप्रैल को दोपहर 2 बजे दादा गुरूदेव की पूजा, दूसरे दिवस 9 अप्रैल दोपहर 2 बजे देवी महालक्ष्मी के महापूजन का अनुष्ठान दादावाड़ी में सम्पन्न किए जाना था। वहीं मुख्य दिवस शुक्रवार को सुबह 9 बजे जैन उपाश्रय से ध्वजारोहण के विशाल वरघोड़े के साथ रात्रि में रंगारंग गुरू भक्ति का आयोजन भी रखा गया था, लेकिन लॉक डाउन के चलते उक्त समस्त कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए और सादे समारोह के रूप में कार्यक्रम सम्पन्न किया गया।