amjad khan
शाजापुर। कोरोना वायरस से संभावित संक्रमितों की जांच के लिए दिव्यांग होने के बावजूद भी कर्तव्य पर डटी हुई हैं एएनएम सुश्री शमा परवीन। शमा परवीन बताती हैं कि वह पांच साल की थीं तब से वह पोलियो से ग्रस्त हैं, लेकिन उसने आमजन की सेवा का लक्ष्य बनाकर स्वास्थ्य विभाग में एएनएम का पद स्वीकार किया है। वह शुजालपुर सिटी हॉस्पिटल क्षेत्र में पदस्थ है। उसके कार्य क्षेत्र में एक से 6 तक आते हैं। हाल ही में शुजालपुर में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से उसकी ड्यूटी कन्टेन्मेंट क्षेत्र में सभी परिवारों की जांच करने में लगी है। इस कार्य को वह अवसर मानते हुए पूरे मनोयोग से कार्य करने के लिए उत्साहित है। हालाकि शमा परवीन को चलने में थोड़ी दिक्कत है पर वह इसकी परवाह न करते हुए अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित है और कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रही है।
दिव्यांग होने के बावजूद कर्तव्य पर डटी हैं एएनएम सुश्री शमा परवीन