‘जनभागीदारी’ से कांग्रेसियों की होगी छुट्टी

अब कॉलेजों में भाजपाइयों की होगी नियुक्त


भोपाल। मध्यप्रदेश में सत्ता बदलने के बाद कांग्रेसी कार्यकाल में निगम-मंडलों में की गई राजनैतिक नियुक्तियां भले ही रद्द कर दी गई हों, लेकिन अब भी विभिन्न कॉलेजों की जनभागीदारी समितियों को भंग नहीं किया गया है। अब मंत्रिमंडल के गठन के बाद इन्हें निरस्त कर उनकी जगह भाजपा नेताओं को नियुक्त करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मसौदा तैयार किया जा रहा है। दरअसल, करीब तीन माह पहले उच्च शिक्षा विभाग ने सवा सौ जनभागीदारी समितियों का गठन किया था। जिसमें दर्जन भर विधायकों के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को समाजसेवी के रुप में शामिल किया गया था। बाकी जनभागीदारी समितियों में गठन किया जाता, उससे पहले ही सरकार गिर गई और गठन प्रक्रिया समाप्त हो गई।
1200 भाजपा नेता शामिल किए जाएंगे
दरअसल प्रदेश में करीब 516 कॉलेज संचालित हैं। इन सभी में समितियों का गठन किया जाना है , जिनमें दस-दस सदस्यों को शामिल किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो प्रदेश की भाजपा सरकार कॉलेजों में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए तकरीबन 1200 भाजपा नेताओं को जनभागीदारी समितियों में शामिल करने की तैयारी कर रही है। सामान्य प्रशासन विभाग ने कुछ दिन पहले ही सत्ता बदलते ही प्रदेश के आयोग, परिषद, मंडल एवं निगम अध्यक्ष, संचालकों की नियुक्तियों को निरस्त कर दिया है।
जल्द जारी होगा आदेश
सूत्रों की मानें तो उच्च शिक्षा विभाग जल्द ही कांग्रेस शासनकाल में की गई तकरीबन सभी समितियों को निरस्त करने का आदेश जारी करने की तैयारी कर रहा है। इसके पूर्व सामान्य प्रशासन विभाग ने भाजपा सरकार के अस्तित्व में आते ही पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा की गई सभी राजनैतिक नियुक्तियों को निरस्त कर चुका है।