कोविड-19 : समय रहते स्थिति कंट्रोल करने जरूरी कदम उठाना जरूरी

डॉ. कमलेश देवपुजारी ने दिया सरकार को सुझाव
भोपाल। वैश्विक महामारी का रूप ले चुकी कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सरकार भी सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट अस्पताल प्रबंधकों से सहयोग करने के लिए अपील कर चुकी है, ताकि समय रहते इस वैश्विक महामारी से पार पाया जा सके।



इसको लेकर चिकित्सक और विशेषक पूरी ताकत से लोगों को बाहर निकालने में लगे हुए हैं। जेपी अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. कमलेश देवपुजारी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए भोपाल स्थित सभी प्राइवेट नर्सिंग होम के मेडिकल स्पेशलिस्ट और एनेस्थेटिस्ट को अनिवार्य स्ट्रीमलाइन किया जाए और उनकी दो पालियों में भोपाल के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में आईसीयू, कोरोना वार्ड में सेवाएं ली जाएं, क्योंकि सरकारी तंत्र की तुलना में ये डॉक्टर्स वेंटीलेटर हैंडल करने के ज्यादा आदि होते हैं। उन्होंने कहा कि नार्मल डिलीवरी के लिए आयुर्वेदिक अस्पतालों को चिन्हित किया जा सकता है, जहां आयुर्वेदिक महिला चिकित्सकों की सेवा ली जाए, जो विशेष रूप से इस कार्य के लिए प्रशिक्षित हैं। कम्पलीकेटेड केसेस को बड़े अस्पताल डिप्लाय किया जा सकता है, ताकि उनका वहां मैनेजमेंट किया जा सके। यही नहीं भोपाल स्थित यूपीएचसी डिस्पेंसरी और यूनानी शफाखानों में कम्यूनिटी हेल्थ वर्कर (सीएचओ) जिनकी ट्रेनिंग इग्नू के माध्यम से जेपी अस्पताल में हो चुकी है। बेशक ये सीरियर्स नर्सेस हैं, जिन्हें ब्रिज सोर्स से पीएचसी में कार्य करने के लिए डॉक्टर बनाया है कि ड्यूटी लगाई जाए और बच्चों, बूढ़ों और गर्भवती महिलाओं का वहां उनसे इलाज करवाया जाए। उन्होंने कहा कि हमीदिया और जेपी के पास के बड़े होटल एक्वायर किए जाएं और डॉक्टरों की दो पालियों में ड्यूटी लगाते हुए उन्हें निर्देशित किया जाए कि उनके बोर्डिंग, फूड की व्यवस्था होटल में की गई है, जहां वे ड्यूटी के बाद रुकेंगे और अपने घरों में नहीं जाएंगे, जिनसे उनकी फैमिली संक्रमण से सुरक्षित हो जाएगी। डॉ. देवपुजारी ने कहा कि सभी ड्यूटी पालियों में डॉक्टरों को लाने ले जाने के लिए टैक्सी हायर की जाएं और सभी के लिए पीपीई किट की व्यवस्था की जाए, ताकि डॉक्टरों को आसानी हो। साथ ही सभी प्राइवेट डॉक्टर्स की आगामी आदेश तक मॉनिटरिंग की जाए और गवर्नमेंट जनरल ओपीडी कंडक्अ करवाई जाए। डॉ. देवपुजारी ने कहा कि ये व्यवस्थाएं तत्काल करवाकर बड़े खतरे से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि समय रहते माकूल व्यवस्था नहीं की गई तो जैसे महाराष्ट्र में सभी अस्पताल फुल हो गए हंै, वैसे ही अगर एमपी में हो गए, तो स्थिति आॅउट आॅफ कंट्रोल हो सकती है।