इन महिला अधिकारियोंं के जोश, जज्बे और जुनून को सलाम
khemraj mourya
पोहरी। जनता ने महिला अधिकारियों के जज्बे को सलाम किया है, जो महिला होने के बावजूद भी 18-18 घंटे काम कर जनता का दिल जीत रहीं हैं। अपनी लगन व मेहनत से समाज में विशिष्ट मुकाम हासिल कर महिला सशक्तिकरण की मिसाल पोहरी एसडीएम डिप्टी कलेक्टर पल्लवी वैद्य और पोहरी थाना प्रभारी डीएसपी कीर्ति नरवरिया बनीं हैं, जो कोरोना नामक प्राकृतिक आपदा के समय शक्ति का रूप धारण कर क्षेत्र की कमान अपने कंधों पर संभाले हुए हैं। इनके जज्बे और जोश को देखते हुए इनके सामने हर आपदा कमजोर नजर आती है। देशव्यापी 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया गया है इनके नेतृत्व में पोहरी में इसका पालन कराने की जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस बखूबी निभा रही है।
कोरोना से लडऩे के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जा जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं इस विश्व महामारी में भी लोगों को समझाने के साथ क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर महिलाओं से बात कर इस महामारी कोरोना के बारे में बताने वाली कोरोना फाइटर एसडीएम पल्लवी वैद्य व पोहरी थाना प्रभारी कार्ति नरवरिया डीएसपी को क्षेत्र की जनता सलाम करती है। दोनों महिला अधिकारी वर्तमान में जागरूकता के साथ लोग को समझने का प्रयास कर रही है यदि फिर भी जनता नहीं समझती है तो समय-समय पर सख्त कदम भी उठाती हंै। थाना प्रभारी के रूप में कार्ति नरवरिया डीएसपी पोहरी थाने में अपनी सेवा दे रही हैं। सरल स्वभाव होने के कारण जनता को समझने का तरीका भी बहुत अच्छा है। सुबह से क्षेत्र में निकलती हंै महिला होने के बाद भी अपनी पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में महिलाओं को ज्यादा इस महामारी के बारे में बताती है उनका मानना है कि महिला यदि घरों में बच्चों को पुरुषों को समझती है तो लोग बाहर नहीं निकलेंगे। पोहरी क्षेत्र में अपनी टीम के साथ बाहर बिना काम के घूमने वाले लोग पर सख्त कार्रवाई भी करती है जिसका परिणामस्वरूप लोग अब कम निकलते हंै यदि फिर भी कोई निकलता है तो फिर कार्रवाई भी अनोखे अंदाज में डीएसपी कार्ति नरवरिया द्वारा की जाती है। जरूरतमंद एवं भूखे लोगों की मदद भी आम लोग के साथ मिलकर करती है साथ ही उनका मानना है कि इस महामारी में कोई भी भूखा न रहे। क्योंकि इस विश्व व्यापी आपदा में हम सब साथ मिलकर देश की लडाई लड़ेंगे तभी हम इस महामारी से लड़कर जीत सकेंगे। इसी प्रकार एसडीएम पल्लवी वैद्य भी सुबह से ही क्षेत्र में रवाना हो जाती है। दिनचर्या सुबह से शुरू होकर देर रात तक जारी रहती है। क्षेत्र में लगातार भ्रमण के साथ ग्रामीण क्षेत्र में पुरुष व महिलाओं को इस महामारी के बारे में बताने के साथ इस महामारी के लडऩे के उपाय बताते हुए कहती हंै कि देश के प्रधानमंत्री जी की अपील है कि आप सभी घरों में रहें तभी हम इस महामारी से जीत सकते हैं। लडऩे का एक मात्र उपाय घरों में रहना है इसके अलावा यदि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में आता है तो इसकी सूचना सचिव, सरपंच, पुलिस प्रशासन के साथ ही प्रशासन को भी दे सकते हंै, साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में भूखे लोगों की मदद खुद तो करती है, साथ ही अन्य लोगों को भी मदद के लिए प्रेरित करती है जिससे वो भी आगे आ सके। महिला होने के बाद भी क्षेत्र में लगातार भम्रण कर दोनों अधिकारी लोगों को जागरूक करती है। इन कोरोनाफाइटर को हम भी करते है सलाम।