लॉकडाउन में छूट कहीं मुसीबत न बन जाए...!


जिलाधीश के आदेश के बाद शहर में उमड़ी भीड़, जनता को खदेड़ा
दुकानदारों ने नहीं कराया सोशल डिस्टेंस व मास्क का उपयोग
khemraj mourya
शिवपुरी ब्यूरो। वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा देश इस समय हलाकान हैं  लेकिन शिवपुरी जिला प्रशासन ने पिछले डेढ़ माह से लॉक डाउन चल रहे शहर में कुछ रियायत दे कर शहर में सुबह 7 से 5 बजे तक किराना दुकानों को खोलने के साथ पेट्रोल पंप, सहित इलैक्ट्रोनिक सहित अन्य दुकानों के खोलने के आदेश बीते रोज जिलाधीश अनुग्राह पी ने दिए। इसके बाद पूरे शहर में एक दम नागरिकों की भीड़ टूट पड़ी जिसमें किसी भी प्रकार से शासन के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। जिला प्रशासन ने लॉक डाउन में रियायत दे कर कहीं कोरोना वॉरियर्स की मेहनत पर पानी न फिर जाए। दुकानदारों न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा हैं न ही नागरिक भी घर से निकलते मास्क पहनना उचित समय रहे हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा हैं कि शासन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। चुनिंदा दुकानों को लेकर जो नियम बनाये गए थे उनकी आड़ में कपड़े से लेकर कटिंग की दुकान भी खुल गईं। कोर्ट रोड़ पर हालात ये बने की इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों पर कूलर,पंखों के लिए भीड़ उमड़ आई। इससे ऐसा प्रतीत हुआ कि लॉक डाउन में सशर्त मिली रियायत कहीं शिवपुरी को कोरोना के मुहाने न ले आये और लॉकडाउन में मिली छूट कहीं मुसीबत न बन जाए...!
शिवपुरी में आज 20 अप्रैल से मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू हो चुका है जिसमें जिला प्रशासन द्वारा कुछ नियमों के साथ कुछ चुनिंदा जरूरत की दुकानों को सुबह से शाम तक खोंलने कि अनुमति दी है। परन्तु आज सुबह होते ही हालात बद से बदतर होते दिखाई दे रहे है 20 अप्रैल की सुबह ऐसी प्रतीत हुआ कि मानो शिवपुरी में लोकडाउन को पूर्णत: हटा दिया गया हो। हर जगह लोगों की भीड़ एकत्रित है बस जहां पुलिस की तैनाती है वहां भय वश सोशल डिस्टनसिंग का पालन कर रही है लेकिन जहाँ पुलिस की तैनाती नहीं है उस जगह लोगों द्वारा सामान को लेने की होड़ में शोशल डिस्टनसिंग का खुलेआम उल्लघंन करती दिखाई दे रही है। अगर इसी प्रकार लोगों द्वारा सोशल डिस्टनसिंग का उलंघन किया तो शिवपुरी को इसके घातक परिणाम भोगने पड़ सकते है। 
रियायत का परिणाम पोहरी मंडी ढाई घंटे लगा जाम
जिलाधीश अनुग्राह पी ने सोशल डिस्टेंशन का पालन के करने आदेश जारी करते हुए बीते रोज सभी कृषि उपज मंडिय़ों में खरीदी शुरू कर दी। पोहरी में अपनी उपज की विक्रय करने आए दर्जनों किसानों की जब भीड़ उमड़ पड़ी। मंडी में एकत्रित  जमा भीड़ को न तो मंडी सचिव ने इस ओर ध्यान दिया न ही अनुविभागीय अधिकारी ने इसका परिणाम यह हुआ कि ग्रामीण क्षेत्रों अपनी उपज विक्रय करने आए दर्जनों किसानों की ट्रेक्टर ट्रालियों सहित नागरिकों की भीड़ अधिक हो जाने के कारण ढाई घंटे तक पोहरी कस्बे में जाम लगा रहा। इस जाम की जब सूचना पुलिस विभाग को लगी तब कहीं जाकर जाम खुलवाया गया। इससे साफ जाहिर होता हैं कि शासन के निर्देशों का पालन कतई नहीं हो रहा हैं।


जिलाधीश कार्यालय पर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
जिलाधीश अनुग्राह पी लगातार नागरिकों से अनुरोध कर रही हैं कि सोशल डिस्टेंसिग बनाकर रहें, साथ ही आदेशों में भी बराबर जारी कर रहीं, लेकिन आज उन्हीं के कार्यालय के बाहर राशन की गुहार लगाने आई सैकड़ों महिलाओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा डाली। इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासनिक अमले को होने के बाद भी कोई चर्र्चा तक नहीं की। इससे साफ जाहिर होता है कि जिला प्रशासन सिर्फ कागजों में ही खाना पूर्ति कर लोगों तक राशन पहुंचाने के दावे कर रहा हैं, लेकिन इसकी हकीकत तो आज उस समय दिख गई जब सैकड़ों में महिलाआयें एकत्रित होकर भूखे को भोजन दिलाने की गुहार लगाते हुए जिलाधीश कार्यालय के बाहर एक झुण्ड के रूप में खड़ी नजर आई। जबकि अभी हाल ही में शासन गरीबों के लिए राशन भी आवंटित किया हैं लेकिन वह उनतक नहीं पहुंचा इससे प्रशासन की नाकामी साफ जाहिर होती हैं।