लॉकडाउन में राशन के लिए निराश शहर को नेकी की दीवार ने लौटा दी मुस्कान

50 से अधिक युवाओं की टीम अल सुबह से देर रात तक घर-घर पहुंचा रहे राशन। 
जिन पर नहीं पैसा उन्हें फ्री दे रहे राशन के पैकेट। जरूरतमंदों को रियायती मूल्य पर दरवाजे पर ही मिल रहा हर सामान। 



awdhesh dandotia
मुरैना। लॉकडाउन में राशन के लिए निराश शहर में नेकी की दीवार टीम ने मुस्कान लौटा दी हैं। हर घर के दरवाजे पर राशन पहुंचाने में लगी 50 से अधिक युवाओं की टीम आमजन को हर वह चीज मुहैया करा रही है जो रोजमर्रा के  लिए आवश्यक हैं। रियायती दर पर मिल रहे हर सामान को पाकर शहरवासियों के चेहरों पर मुस्कान है क्योंकि वह अब तक इस चिंता मेंं थे कि लॉकडाउन व कफ्र्यू के कारण उन्हें दोगुने-चौगुने दामों पर सामान खरीदना पड़ेगा, लेकिन   नेकी की दीवार टीम ने दस दिन पहले ऐसा मोर्चा संभाला की शहरवासियों की हर जरूरत को वह अभी तक पूरा कर रहे हैं और इस टीम ने ऐलान कर दिया है जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक उनकी टीम सेवाकार्य में जुटी रहेगी।
लॉकडाउन के तत्काल बाद जब राशन की समस्या लोगों के सामने आने लगी तो नेकी की दीवार टीम जनसेवा के लिए खुद ही आगे आ गई। कलेक्टर प्रियंकादास के सामने जाकर कह दिया कि यदि अनुमति मिले तो वह हर मौहल्ले में जाकर अपने स्तर से रियायती दरों पर राशन उपलब्ध कराने को तैयार हैं। समाजसेवियों में यह जज्बा देखकर कलेक्टर ने न केवल तत्काल अनुमति प्रदान कर दी बल्कि राशन से भरी गाडियों को खुद हरी झंडी दिखाकर शहर के विभिन्न इलाकों के लिए रवाना कर दिया। इन गाडियों के पहिए तब से अभी तक थमे नहीं है। शुरूआत में चार गाडियां शहर के हर कोने में राशन पहुंचाने के लिए नेकी की दीवार टीम ने चलवाई थीं। लेकिन डिमांड लगातार बढऩे लगी तो इस टीम ने दो गाडियां और शुरू कर दीं। वर्तमान में नेकी की दीवार टीम की छ: गाडिय़ां अल सुबह से देर रात तक शहर के हर कोने में जाकर राशन की उपलब्धता लोगों को घरों में ही करा रही है। थोक रेट पर घर के दरवाजे पर मिल रहा राशन पाकर हर व्यक्ति खुश है और इस टीम को दुआएं भी दे रहा है। खास बात यह है कि इस टीम शामिल होकर जनसेवा कर रहे किसी भी व्यक्ति को अखबार व सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने का शौक नहीं है वह बिना बताए ही कोरोना जैसी महामारी में लोगों की मदद कर रहे हैं।


एक हजार से अधिक लोगों को दे दिया फ्री राशन : 
नेकी की दीवार टीम को सराहना इस बात के लिए भी मिल रही हैं क्योंकि वह न केवल रियायती दरों पर राशन उपलब्ध करा रहे हैं बल्कि शहर के ऐसे परिवार जिनके पास राशन खरीदने पैसा नहीं है उन लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। राशन की जो मुफ्त किट नेकी की दीवार जरूरतमंदों को दे रही है उसमें आटा, दाल, चावल, शक्कर, तेल व नमक शामिल है। अभी तक एक हजार से अधिक लोगों को राशन की मुफ्त किट नेकी की दीवार टीम मुहैया करा चुकी है। वर्तमान में भी कॉल आते ही टीम के सदस्य फ्री राशन लेकर खुद जरूरतमंद के दरवाजे पर पहुंच रहे हैं।
दानदाता भी खूब कर रहे मदद : 
नेकी की दीवार टीम का सेवाभाव देखकर शहर के दानदाता भी आगे आए हैं। शहर के कई प्रतिष्ठित लोग नेकी की दीवार टीम के सदस्यों को कॉल करके सहायता राशि उपलब्ध करा रहे हैं। जरूरतमंदों की मदद के लिए सहायात राशि व राशन मुहैया करा रहे लोग इस शर्त पर नेकी की दीवार टीम को मदद देते हैं कि उनके द्वारा की गई सहायता को गुप्त ही रखा जाएगा यानि उन्होंने सहायता राशि दी है इसका कोई प्रचार न किया जाए।
दिन भर काम, भूख लगी तो खुले आसमान के नीचे भोजन : 
नेकी की दीवार टीम में शामिल युवाओं की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है क्योंकि टीम का हर सदस्य अल सुबह उठकर जीवाजीगंज पहुंच जाता है। यहां जीवाजीगंज पार्क में राशन के पैकेट बनाने का काम दिनभर चलता है जिसमें युवाओं की टीम मेहनत करने में लगी रहती है। यहीं से राशन के पैकेट गाडियों में रखकर शहर के विभिन्न इलाकों में पहुंच रहे हैं। आमजन की परेशानी को कम करने के लिए मेहनत कर रहे यह युवा भोजन करने भी घर नहीं जा पा रहे। इनके लिए पार्क में सादा भोजन हर रोज तैयार होता है और खुले आसमान के नीचे बैठकर ही युवाओं की यह टीम बारी-बारी से भोजन करती है और फिर से अपने काम में लग जाती है। 
महिला का स्वाभिमान देख छलक पडी आंखे : 
फ्री व रियायती दरों पर राशन उपलब्ध करा रही नेकी की दीवार टीम के सामने कई ऐसे वाकये भी आ रहे हैं जिन्हें सुनकर देखकर आंखे भीग जाती हैं। टीम में शामिल युवाओं ने बताया कि चार दिन पहले रामनगर इलाके से एक महिला ने कॉल किया कि उसके पास केवल 150 रुपए हैं और उसे राशन लेना है। कॉल देर शाम आया था इसलिए टीम के सदस्यों ने कह दिया कि कल सुबह राशन पहुंचा देंगे। लेकिन रूंधे गले से महिला ने कहा कि बच्चे भूखे और राशन अभी चाहिए। परेशानी को समझकर टीम के सदस्य फ्री राशन की किट लेकर रामनगर इलाके में पहुंच गए। वहां महिला ने केवल आटा व तेल लिया और कहा कि मुझे बस इतनी ही जरूरत है और इतना ही पैसा मेरे पास है। तब टीम ने राशन की पूरी किट उस महिला को थमाई तो जरूरत होने के बाद भी महिला इंकार करती रही। पता चला कि वह महिला घरों में झाडू आदि का काम करके परिवार चलाती है इस महिला का स्वाभिमान देखकर नेकी की दीवार टीम ने उनका धन्यवाद किया और काफी कहकर वह राशन की किट महिला को सौंप दी। यह भी कह दिया कि राशन खत्म होने पर वेझिझक टीम से संपर्क कर सकती हैं।