मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें 

dharmendra yadav
सीहोर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जहां संपूर्ण विश्व कोरोना रोग से ग्रसित होकर उसके संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम में व्यस्त हैं। इस समय हमें यहां भी ध्यान रखना चाहिए कि आने वाले समय में मलेरिया रोग का संक्रमण काल शुरू होने वाला है। यदि हम ने समय रहते आवश्यक सावधानीया नहीं रखी तो यह भी हमारे लिए किसी विशाल चुनौती से कम नहीं होगा ।
 इस समय भी लॉकडाउन के दौरान हम सभी घरों में अपना अधिकतर समय व्यतीत कर रहे हैंए तो आवश्यक है कि सोने के लिए हम मच्छरदानी का उपयोग करेंए घरों में मच्छर निरोधक जालियो का उपयोग करेंए मच्छर निरोधी क्रीमए लोशनए कॉइल तथा रेपेलेंट का उपयोग करें। अपने घरों में मच्छर निरोधक पौधे जैसे सिट्रोनेलाए लेमन ग्रासए लहसुनए लेवेंडरए पेप्परमिंटए मैरिगोल्डए बेसिल इत्यादि का प्रयोग करें। घरों के आसपास सफाई रखेंए अनावश्यक पानी जमा न होने दें। अपने घरों में घरों की छत पर रखे अनुपयोगी वस्तुएं जैसे डब्बेए फूलदानए टायरए बर्तन इत्यादि की सफाई करेए उन्हें इस प्रकार रखे की इनमे पानी ना जमा हो पायेए पानी की टंकीयो के ढक्कन लगायेए पानी के बर्तन ढक कर रखे तथा ध्यान रखें हम अपने आसपास में मच्छरजन्य परिस्थिति निर्मित ना होने दें। उन्होंने बताया कि इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रोल बैक मलेरिया संस्थान से हाथ मिलाया गया है ।
 जैसा कि आपको पता है कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतः बुखार आने पर तुरंत खून की जांच कराए और अगर जांच मे मलेरिया पॉजिटिव निकलता है तो आशा या चिकित्सक द्वारा दिये गए उपचार को बिना भूले निर्धारित दिनों तक ले। हाँ एक महत्वपूर्ण बात जरूर याद रखे कि गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चो को मलेरिया का विशेष खतरा होता है अतः इनका विशेष ध्यान रखे और रोजाना मच्छरदानी में अवश्य सुलाये। प्रदेश मे सरकार के साथ सनफार्माए गोद्रेजए एम्बेडए आई सी एम आर तथा मलेरिया नो मोर जैसी संस्थाए कार्य कर रही है । संयुक्त प्रयासों से गत वर्ष 2019 मध्यप्रदेश मे लगभग 1 करोड़ से अधिक लोगो की मलेरिया जांच की गई जिनमे से 14147 मलेरिया के रोगी पाये गये जिनमे 10520 वाईवेक्स तथा 3267 फेल्सीपैरम प्रकरण पाये गये।पिछ्ले 5 वर्षो की तुलना मे लगभग 85ः प्रकरणों में कमी आई गई है। कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतः आशा दीदीए एएनएम बहन जी से या नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर खून की जांच अवश्य कराये और स्वास्थ्य कर्मियो द्वारा दिये गए संदेशो को अमल में जरूर लायेए जिससे आपए आपका परिवार और पूरा समाज स्वस्थ्य रखे।