पेटभर भोजन के लिए शहर के कई परिवारोंं को मदद का इंतजार


amjad khan
शाजापुर। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जिलेभर में लॉक डाउन है और प्रतिदिन जिला प्रशासन द्वारा जरूरतमंदों को भोजन भी कराया जा रहा है, लेकिन शहर में अब भी कई परिवार ऐसे हैं जिन्हे पेटभर भोजन के लिए मदद का इंतजार है। ऐसा ही एक परिवार है शहर के ज्योतिनगर बजरंग कालोनी में रहने वाले सुरेंद्रसिंह चौहान का। सुरेंद्र मजदूरी कर अपने परिवार का भरण भोषण करता है, परंतु लॉक डाउन के चलते वह अपने घर पर ही बैठा है और घर में रखा राशन पानी भी अब खत्म हो चुका है, किंतु सुरेंद्र की अब तक किसी ने कोई सुध नही ली है। सुरेंद्र का कहना है कि उसे मदद के लिए कई लोगों ने दिलासा दिया है लेकिन अब तक किसी की तरफ से कोई मदद नही मिल सकी है, ऐसे में परिवार का भरण-पोषण करना बेहद मुश्किल  साबित हो रहा है। सुरेंद्र के परिवार में पत्नी और बच्चे सहित तीन सदस्य हैं, परंतु इन सदस्यों को दाने-दाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि दीनदयाल रसोई योजना में प्रतिदिन समाजसेवियों द्वारा हजारों रुपए का दान जरूरतमंदों को भोजन कराने के लिए दिया जा रहा है और नपा की टीम लोगों तक भोजन पैकेट भी पहुंचा रही है, लेकिन शहर के कई परिवार अब भी भूख की आग में जल रहे हैं। सुरेंद्र अपने घर की दहलीज पर प्रतिदिन मदद का आस लिए अपने मासूम बच्चे के साथ घंटों इंतजार कर रहे हैं पर उनकी मदद के लिए अभी कोई हाथ आगे नही आए हैं। सुरेंद्र और उसके परिवार ने प्रशासन से दो वक्त की रोटी का इंतजाम किए जाने की गुहार लगाई है।
भोजन के 1900 पैकेट वितरित
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन अवधि के दौरान दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के द्वारा भोजन के पैकेट जिला प्रशासन एवं नगर पालिका की टीम के द्वारा गरीबों, असहायों एवं जरूरतमंद लोगों के घर तक भोजन पहुंचाए जा रहे हैं। इसी के तहत शुक्रवार को टीम द्वारा शहर में भ्रमण 1900 भोजन के पैकेट कर वितरित किए गए।