रबी विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन के समय उपार्जन कार्य में संलग्न सेवा युक्तों की कोविड़-19 से बचाव के निर्देश
dharmendra yadav
सीहोर, रबी विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन का कार्य सीहोर साईलो के 10 केन्द्रों पर 9 अप्रैल 2020 से प्रारम्भ किया जा रहा है। जिन केन्द्रों पर उपार्जन का कार्य प्रारंभ होगा उनमें प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मुंगावली (कोड क्रमांक 52029001), सहकारी समिति सीहोर बिजोरी (कोड क्रमांक 52029002), सहकारी समिति पचामा थुना (कोड क्रमांक 52029003), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति नापलाखेड़ी (कोड क्रमांक 52029004 एवं 52029005), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति सीहोर मंडी (कोड क्रमांक 52029006), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति उलझावन (कोड क्रमांक 52029007), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खण्डवा (कोड क्रमांक 52029067), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति चंदेरी (कोड क्रमांक 52029109), प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति खामलिया (कोड क्रमांक 52029114) शामिल हैं।
उपार्जन कार्य के लिए विपणन सहकारी संस्थाओं/प्राथमिक कृषि साख, सहकारी संस्थाओं को गेहूँ उपार्जन केन्द्रों पर लगभग 30 से 80 के बीच विभिन्न कर्मचारी एवं मजदूरों नियोजित होंगे। बड़ी संख्या में किसान भी उपार्जन के दौरान उपार्जन केन्द्र पर उपस्थित होगे। स्थिति को देखते हुए उपार्जन के दौरान उपार्जन कार्य में संलग्न कर्मचारियों, मजदूरों एवं किसानों को कोविड- 19 के संक्रमण से बचाने के लिए उपाय किया जाना आवश्यक है।
शासन के निर्देशानुसार उपार्जन केन्द्रों पर संलग्न कर्मचारियों, मजदूरों एवं किसानों में कोविड़ 19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ऐसे कर्मचारियों, मजदूरों एवं किसानों का कोविड़ के लक्षण बचाव के उपाय से संबंधित समुचित जानकारी उपलब्ध कराये और इस संबंध में एक पूर्ण प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाए। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर इस संबंध में एक पूर्ण पैकेज की व्यवस्था की जाए। जिसमें मास्क, सेनेटाईजर आदि उपलब्ध कराये जाए एवं उन्हे सोशल डिसटेंसिग के महत्व से अवगत कराते हुए, उपार्जन का कार्य संपादित कराया जाए। उपार्जन के कार्य प्रारम्भ करने के पूर्व उपार्जन केन्द्रों में संलग्न मजदूरों एवं कर्मचारियों की मेडिकल जांच करा ली जाए और यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोई भी ऐसा सेवायुक्त मजदूर उपार्जन केन्द्र पर संलग्न न है। जिसकी मेडिकल जांच न की गयी हो और उसे कोविड़-19 के संक्रमण से मुक्त न पाया गया हों।