सेनेटाइजर की कालाबाज़ारी करते रंगे हाथों धरा गया 


kamlesh pandey
हरपालपुर। लॉकडॉउन की आड़ में सेनेटाइजर की कालाबाज़ारी करते रंगे हाथों धरा गया मेघा मेडिकल स्टोर संचालक पर प्रशासन ने करवाई करते हुए मेडिकल सील किया तो पुलिस ने आवश्यक बस्तु अधिनियम के तहत मामला कायम कर लिया।कार्यवाई से नगर की जनता जहां खुश है वहीं अन्य मेडिकल स्टोर संचालक सही दाम में जनता को मेडिसिन उपलब्ध करा रहे हैं।
पुलिस ने सील किए गए मेघा मेडिकल स्टोर संचालक नरेश गुप्ता के खिलाफ 3/7 आवश्यक बस्तु अधिनियम की धाराओं के तहत कार्यवाई की है।मेडिकल संचालक अब अपना सील मेडिकल खुलवाने अधिकारियों और राजनेताओं से जुगत भिड़ाने सक्रिय नजऱ आ रहा है। हालांकि प्रशासन और पुलिस की इस कार्यवाई से जनता बेहद खुश है।और जनता की जरूरत वाले मेडिसिन अन्य मेडिकल स्टोर सही दामों में उपलब्ध करा रहे हैं।
झूठ और पैसे की दम पर मेडिकल खुलवाने की जुगत
जब से 100 रु का सेनेटाइजर 300 में बेचते मेडिकल संचालक पकड़ा गया तभी से वो पुलिस और प्रशासन से लगातार झूठ बोल रहा कि सेनेटाइजर उसके यहां नहीं बेचा गया उसे षणयंत्र कर फंसाया गया है।जबकि मामले की सच्चाई ग्राहक द्वारा बनाए गए वीडियो में साफ दिखाई दे रही।अब सवाल ये उठता है कि जब हाथ से बने सेनेटाइजर मेघा मेडिकल स्टोर संचालक ने नहीं बेचा तो फिर पुलिस के सामने उसने एक सेनेटाइजर की बोटल वापस कर ग्राहक को 300रु वापस क्यों किए? इस आपदा की घड़ी में हाथ से कहाँ सेनेटाइजर बनाये जा रहे थे जो मुनाफाखोरी के लिए 300 रु में 100एमएल बेचा जा रहा था।ड्रग इंस्पेक्टर ने कार्यवाई के दौरान जिन मास्क बेचे जाने का जिक्र किया था वो कहाँ गायब हो गए।मेडिकल पर कोई लिस्ट नहीं चिपकाई गई थी और न उसका बिक्री रजिस्टर मेन्टेन था।
पहले चोरी फिर सीनाजोरी
मुनाफाखोर मेडिकल संचालक कार्यवाई होने के बाद अब ग्राहकों पर ही उल्टा झूठा फंसाये जाने का इल्जाम लगा रहा है।जबकि मौके पर बनाए गए वीडियो,पुलिस और प्रशासन की कार्यवाई पूरी कहानी पूरे मामले को स्पष्ट कर रही है। वहीं नगर की जनता ने ड्रग इंस्पेक्टर देवेंद्र जैन और पुलिस से शिकायत करते हुए कहा कि मेघा मेडिकल संचालक सालों से दवाई के नाम पर जनता को लूट रहा।इसके खिलाफ कड़ी कार्यवाई करते हुए इसका लाइसेंस निरस्त किया जाना चाहिए और जनता को लूटने वाले मुनाफाखोर की संपत्ति की भी जांच होना चाहिए।
सभी को उपलब्ध कराएंगे जरूरी दवा
मेघा मेडिकल संचालक अब प्रशासन को कुछ निजी लोगों से फोन करा गुमराह कर रहा कि उसके यहां जरूरत की दवा रहती है जो अन्य कहीं नहीं मिलती तो जनता परेशान है और मेडिकल खोल दिया जाए।जबकि हकीकत इससे उलट है नगर में करीब दो दर्जन मेडिकल स्टोर हैं और एक मेडिकल पर कार्यवाई होने से अन्य सभी दवा बिक्रेता सही दामों में दवाई बेच रहे हैं।नगर के कुछ जागरूक युवाओं ने प्रशासन से कालाबाज़ारी करने वाले मेडिकल संचालक के खिलाफ और कठोर कार्यवाई करने की मांग करते हुए नगर में हर जरूरतमंद को जरूरी दवा उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। जिन लोगों को आवश्यक दवा उपलब्ध न हो रही हो वे गौरव (रम्मू ) शुक्ला 9425191900, 7471191900 एवं शैलू रिछारिया से संपर्क कर सकते हैं।