मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की कोरोना व्यवस्थाओं की समीक्षा
भोपाल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 पर नियंत्रण के कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारी स्ट्रैस में न रहें। हम जल्दी ही कोरोना को परास्त करेंगे। हमारे सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरी मेहनत से दिन रात काम कर रहे हैं। काम के साथ वे अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। पूरी नींद लें, बिना तनाव के कार्य करें तथा अपने अमले का भी पूरा ध्यान रखें। श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
आर.डी. गार्डी अस्पताल की व्यवस्थाएँ सुधारें
बैठक में बताया गया कि उज्जैन में आर.डी. गार्डी अस्पताल को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है, परन्तु वहाँ की व्यवस्थाओं में कुछ कमी है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि व्यवस्थाओं को तुरंत सुधारा जाए। सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद होनी चाहिए। व्यवस्थाओं में थोड़ी भी कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जानलेवा हो सकती है असावधानी
उज्जैन जिले के संक्रमित क्षेत्रों में अधिक मामले पॉजीटिव पाए जाने की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां यह सुनिश्चत किया जाए कि संक्रमित क्षेत्रों के अंदर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन हो। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लोगों को बताया जाए कि यदि वे सोशल डिस्टेंसिंग में लापरवाही करेंगे, तो यह छोटी सी असावधानी जानलेवा हो सकती है।
घर पर ही क्वॉरेंटाइन को प्रोत्साहित करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सस्पैक्टेड केसेज में व्यक्तियों को घर पर ही क्वॉरेंटाइन करने को प्राथमिकता दी जाए। जिनके घर पर जगह कम हो, उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में ले जाया जाए। क्वॉरेंटाइन सेंटर्स छोटे हों तथा उनमें कम से कम व्यक्ति रखे जाएं, जिससे पूरी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित हो सके।
548 संक्रमित क्षेत्रों में 24 लाख 97 हजार का सर्वे
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के कुल 548 संक्रमित क्षेत्रों में 26 लाख 17 हजार 09 व्यक्ति हैं। इनमें से 24 लाख 97 व्यक्तियों का सर्वे करवाया गया है। सर्वे कार्य में 2570 दल लगे हैं। प्रदेश से कुल 32 हजार 974 सैम्पल लिए गए हैं, जिनमें से 1851 व्यक्तियों के सैम्पल कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश के 3425 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन एवं 15 हजार 420 लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया गया है।
ऑटो एक्सट्रेक्शन किट की आवश्यकता
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य बताया कि मध्यप्रदेश में टेस्टिंग तेज करने के लिए ऑटो एक्सट्रेक्शन किट की आवश्यकता है। मैन्यूअल किट से टेस्टिंग की स्पीड काफी कम रहती है जबकि ऑटो किट से यह गति कई गुना बढ़ जाती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे इसके लिए भारत सरकार से बात करेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला आदि उपस्थित थे।