जिले भर में संचालित दर्जनों पैथोलॉजी में से सिर्फ  पांच रजिस्टर्ड

कहीं आप अवैध पैथोलॉजी पर तो जांच नहीं करा रहे?


अवैध पैथोलॉजी संचालक कर रहे कारोबार, स्वास्थ्य विभाग नहीं ले रहा सुध


asish malviya
अशोकनगर। अगर आप अपने स्वास्थ्य की किसी भी तरह की जांच कराने के लिए किसी पैथोलॉजी लैब में जा रहे हैं तो थोड़ा ठहर जाइए, आपको कहीं लैब संचालक वास्तविकता से कहीं दूर ऐसी रिपोर्ट न पकड़ा दे। जिससे कि आपको गलत ट्रीटमेंट मिलना शुरू हो जाए। आपको अपने रक्त की जांच करानी हो, डायबिटीज की जांच करानी हो या अन्य कोई जांच करानी हो, जांच कराने से पहले यह एक बार अवश्य सुनिश्चित कर लें कि जिस पैथोलॉजी पर आप अपने स्वास्थ्य की या रक्त की जांच कराने के लिए जा रहे हैं, क्या वह स्वास्थ्य विभाग द्वारा रजिस्टर्ड है अथवा फ र्जी तौर पर संचालित है।
दरअसल अशोकनगर जिले में अवैध पैथोलॉजी सेंटरों का मकडज़ाल बना हुआ है स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की नाक के नीचे पूरे जिले भर में दर्जनों अवैध पैथोलॉजी सेंटर संचालित हैं लेकिन यह बात समझ से परेय है कि आखिर क्यों स्वास्थ्य विभाग उन पर कोई कार्रवाई नहीं करता। जब इस मामले की पड़ताल की गई तो चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जिले भर में संचालित हो रही पंजीकृत पैथोलॉजी सेंटरों की सूची निकलवाई गई तो जिले भर में महज 5 पैथोलॉजी सेंटर की वैद्य पंजीकृत पाए गए, इसके अलावा बाकी सभी पैथोलॉजी सेंटर बिना स्वास्थ्य विभाग के पंजीयन के अवैध तरीके से उपभोक्ताओं को गलत-सलत रिपोर्टर थमा कर चूना लगा रहे हैं और गलत रिपोर्ट थमाकर उनकी जिंदगियों से खिलवाड़ कर रहे हैं।



महज पांच पैथोलॉजी हैं पंजीकृत:-
पूरे जिले भर में यदि स्वास्थ्य विभाग से पंजीकृत पैथोलॉजी सेंटरों की बात की जाए तो महज 5 पैथोलॉजी लैव जो स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत है, इनमें अशोकनगर जिला मुख्यालय पर 3 पैथोलॉजी हैं वहीं एक ईसागढ़ और एक चंदेरी में संचालित है। इसके अलावा मुंगावली, पिपरई, शाढोरा, नईसराय, बहादुरपुर, बंगला चौराहा, राजपुर आदि स्थानों पर संचालित होने वाले कोई भी पैथोलॉजी लैव स्वास्थ्य विभाग में रजिस्टर्ड नहीं है, जो पांच पैथोलॉजी सेंटर स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं उनमें एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर अशोकनगर, संपूर्ण डायग्नोस्टिक सेंटर अशोकनगर, जयलक्ष्मी पैथोलॉजी अशोकनगर के अलावा ईसागढ़ सुखपुर में संचालक श्री आनंदपुर ट्रस्ट धर्मार्थ चिकित्सालय और राजघाट रोड चंदेरी में संचालित सर्वोदय पैथोलॉजी ही स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। कुछ ऐसी पैथोलॉजी हैं जो पूर्व में पंजीकृत थीं लेकिन किन्ही कारणों या कुछ कमियों के चलते उनका नवीनीकरण नहीं किया गया है।



स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़:-
दरअसल जिले में जो पैथोलॉजी लैब अवैध रूप से संचालित हो रही हैं उनके द्वारा दी जाने वाली जांच की रिपोर्ट भी अविश्वसनीय होती है वहीं अलग-अलग पैथोलॉजीयों की रिपोर्ट में भी अक्सर फ र्क देखने में आता है ऐसे में मरीजों की जान के साथ खुलेआम अवैध पैथोलॉजी संचालक खिलवाड़ कर रहे हैं और लंबे अरसे से इन पर कोई कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं की गई है जोकि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े करता है। शहर के ईसागढ़ रोड, बिलाला मिल  रोड, नेहरू बालोद्यान मार्ग, सुभाष गंज, विदिशा रोड सहित कई हिस्सों में अवैध पैथोलॉजी संचालक बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर मरीजों की विभिन्न प्रकार की जांच कर उनसे पैसे बसूल रहे हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि जब चिकित्सकों को पता है कि जिस पैथोलॉजी से मरीज की जांच रिपोर्ट आई है वह पंजीकृत ना होकर अवैध है तो उनकी रिपोर्ट आखिर मानी ही क्यों जाती है।



मूकदर्शक बना बैठा स्वास्थ्य महकमा:-
जिले भर में आधा दर्जन से भी कम पैथोलॉजी लैब स्वास्थ्य विभाग द्वारा पंजीकृत होने की जानकारी पूरे स्वास्थ्य में सभी आला अधिकारियों को है भली-भांति यह जानकारी होने के बावजूद जिले भर में अलग-अलग चौक चौराहों पर पैथोलॉजी लैब के बोर्ड लगे देखे जा सकते हैं। फि र आखिर स्वास्थ्य विभाग की ऐसी क्या मजबूरी रहती है, जिसके चलते वे अवैध पैथोलॉजी लैब का खुला खेल जिले में संचालित होने दे रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग का मूक दर्शक बने बैठा रहना, उनकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करता है।


जिले की पंजीकृत पैथोलॉजी लैब:-
* एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर अशोकनगर
* संपूर्ण डायग्नोस्टिक सेंटर अशोकनगर
* जयलक्ष्मी पैथोलॉजी अशोकनगर
* श्री आनंदपुर ट्रस्ट धर्मार्थ चिकित्सालय सुखपुर ईसागढ़
* सर्वोदय पैथोलॉजी राजघाट रोड चंदेरी


इनका कहना है:-
 यह पूरा मामला हमारी नजर में है इसके लिए बाकायदा समिति भी गठित है। जल्द ही योजना बनाकर अपंजीकृत पैथोलॉजी लैब पर छापामार कार्यवाही की जाएगी।
 डॉ. जेआर त्रिग्वेदीया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी