नई दिल्ली इस साल 15 जुलाई तक दिल्ली में बलात्कार की जो घटनाएं सामने आईं वह इस समयावधि में पिछले साल के मुकाबले कम थीं। लेकिन दिल्ली में दर्ज हुए अपराधों का जो आंकड़ा सामने आया है उसमें इस साल 15 जुलाई से 28 जुलाई तक बलात्कार की 80 वारदातें हो गईं। इससे दिल्ली पुलिस के क्राइम डेटा में रेप का आंकड़ा 28 जुलाई तक रेप के मामलों में आगे तो नहीं निकला लेकिन यह बराबरी पर आ गया। इसके अलावा दिल्ली में मर्डर रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं तो एक्सटॉर्शन के मामले में भी पिछले साल की तुलना में इस साल काफी अधिक सामने आए हैं।
आंकड़े 28 जुलाई, 2019 तक के हैं। इन्हें हम पिछले साल (28 जुलाई तक) से तुलना कर रहे हैं। साथ ही इस साल 15 जुलाई से 28 जुलाई तक हुए क्राइम के ग्राफ को भी देखा गया है कि इसमें कितना उतार-चढ़ाव आया है। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस के क्राइम डेटा में रेप मामलों में अभी तक जो आंकड़े बीती 15 जुलाई तक 1176 दर्ज किए गए थे। वह 28 जुलाई तक बढ़कर 1256 हो गए। रेप के बढ़ते मामले यहां इसलिए गंभीर लग रहे है क्योंकि पिछले साल 15 जुलाई से 28 जुलाई के बीच रेप की 71 घटनाएं हुई थीं जबकि इस साल इन 13 दिनों में यह वारदातें 80 दर्ज की गई हैं।
दिल्ली में हो रहीं हत्याओं के मामलों को देखा जाए तो इनमें फिलहाल कमी आती दिखाई नहीं दे रही है। पिछले साल 28 जुलाई तक दिल्ली में 266 लोगों की हत्याएं की गईं थी जो इस साल बढ़कर 295 हो गई है। दिल्ली में रंगदारी भी बढ़ गई है। पिछले साल 28 जुलाई तक रंगदारी मांगने के 83 मामले दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज किए गए थे। जो कि इस साल बढ़कर 97 हो गए। वैसे दिल्ली में लूट, हत्या का प्रयास, डकैती और सेंधमारी के मामलों में कमी भी दर्ज की गई है।
इसपर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जघन्य अपराधों की संख्या में वृद्धि हो रही है। खासकर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है। आगे स्थिति और भयानक हो सकती है। हम केंद्र और एलजी के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। हमें इसके लिए कोई ठोस प्लान बनाना होगा।