आज भोपाल में रेस्क्यू एक्सपर्ट पटेल को मिलेगा जैव विविधता पुरस्कार

amjad khan
शाजापुर। वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए कड़ी मेहनत कर रहे रेस्क्यू एक्सपर्ट हरीश पटेल का राज्य स्तरीय जैव विविधता पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। पटेल को भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में आज 14 अगस्त को पुरस्कृत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पटेल विगत कई वर्षों से स्वयं के खर्च पर वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु मशक्कत कर रहे हैं। पटेल करीब 12 हजार से अधिक सांपों का रेस्क्यू कर उन्हे जंगल में सुरक्षित छोडऩे का कीर्तिमान जिले में रच चुके हैं। इसीके साथ मोर, नील गाय, हिरण, उल्लू, तेंदूआ सहित अन्य वन्यप्राणियों के रेस्क्यू भी पटेल की सराहनीय भूमिका रहती है। नि:स्वार्थ भाव से वन्य प्राणियों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले पटेल के इसी उल्लेखनीय कार्य को देखते हुए उन्हे द्वितीय राज्य स्तरीय जैव विविधता पुरस्कार दिया जा रहा है।


उल्लेखनीय है कि शहर में बीते दस वर्षों में पटेल वन्य प्राणियों के संरक्षण को लेकर अपनी अलग ही पहचान बना चुके हैं। शाजापुर सहित आगर, राजगढ़ जिले के लोग भी पटेल को रेस्क्यू एक्सपर्ट के रूप में पहचानते हैं। पटेल ने बताया कि बीते दस वर्षों में करीब 12 हजार सांपों से लोगों की जान बचाई है और साथ ही सांपों को भी सुरक्षित जंगल में छोड़ा है। इसी तरह 1 बाघ, 2 तेंदूए, बिल्ली, मोर, हिरण, सियार, नीलगाय, खरगोश सहित अन्य पशु-पक्षियों का रेस्क्यू कर उन्हे जंगल में छोड़ा गया है। उन्होने बताया कि अकसर घरों में सांप या अन्य जहरीला जानवर घुस जाने से लोग भयभीत हो जाते हैं और वे लाठियों से सांप की हत्या कर देते हैं। इसी तरह काल बेलिए भी सांप को या तो मार देते हैं या फिर उसके दांत तोड़कर उसके साथ अत्याचार करते हैं। सांपों के साथ हो रहे इस दुराचार को देखकर उन्होने इंटरनेट से सांप पकडऩे की कला सिखी। पहले उन्होने प्लास्टिक के एक पाईप और बिजली के तार की मदद से सांप पकडऩे की स्टीक बनाई और इसके बाद सांपों को पकडऩे का काम नि:शुल्क रूप से शुरू कर दिया। पटेल 24 घंटे वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए नि:शुल्क रूप से तत्पर रहते हैं।