किसान कांग्रेस ने अपनी ही सरकार के खिलाफ निकाली रैली

कांग्रेस एवं दलित महासभा का आन्दोलन


surendra tripathi
उमरिया, जिला मुख्यालय स्थित पुराने बस स्टैंड से किसान कांग्रेस ने अपनी ही सरकार के खिलाफ रैली निकाल कर बिजली एवं अन्य समस्याओं को लेकर किये आन्दोलन वहीँ राष्ट्रीय दलित महासभा भी अपनी मांगों को लेकर नए बस स्टैंड से रैली निकाल कर किये आन्दोलन, दलित महासभा ने लगाया आरोप जिले के कलेक्टर नहीं मिले वहीँ किसान कांग्रेस के लोग कलेक्टर के चेंबर में जाकर बताये अपनी समस्या | कलेक्टर दिए आश्वासन हल करने का |


उमरिया जिला मुख्यालय में किसान कांग्रेस ने अपनी ही सरकार के खिलाफ किया आन्दोलन, बिजली की बेतहाशा कटौती से परेशान किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ओमकार सिंह क्षेत्रवासियों की समस्या को देखते हुए पार्टी के नेताओं और ग्रामीणों के साथ पुराने बस स्टैंड से रैली निकाल कर कलेक्टर कार्यालय तक गए और वहां अपनी सरकार का लाभ लेते हुए सारे लोग कलेक्टर के चेंबर में जाकर अपनी समस्या रखे | किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ओमकार सिंह बताये कि आज हमने जो ज्ञापन सौंपा है हमारा करकेली क्षेत्र किसान प्रधान क्षेत्र है और हमारे क्षेत्र में लगातार बिजली का संकट उत्पन्न हो गया, लगातार किसानो को बिजली नहीं मिल पा रही है, इसकी जांच के लिए हमने आज धरना – प्रदर्शन किया और क्षेत्र के बहुत से ऐसे लोग हैं जैसे किसी का नाम गरीबी रेखा में नहीं है, आज जन सुनवाई भी थी, हम सबको साथ में लेकर आये की आप लोग साथ में अपना कागज़ तैयार कर लो, गरीबी रेखा में नाम जुड़वाने के लिए और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए, इस कारण आज कलेक्ट्रेट में सामूहिक रूप से धरना प्रदर्शन किये हमारा मुख्य मुद्दा यही था | वहीँ कांग्रेस के सीनियर नेता राजा तिवारी बताये कि भारतीय जनता पार्टी की जो पूर्व में सरकार थी उनके ज़माने में विद्युत उपकरण खरीदे गए थे जो कि बहुत ही निम्न और घटिया स्तर के थे और इसी वजह से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बत्ती गुल हो जाती है, हम सब की एक ही मांग है कि पुरानी शिवराज सरकार के ज़माने में जो घोटाले हुए हैं, उन घोटालों की जांच हो और ख़ासतौर पर जो विद्युत की दिक्कत आ रही है भारतीय जनता पार्टी के खराब उपकरणों की वजह से, वो जो उपकरण है उन सबका भौतिक सत्यापन हो और उसके लिए जो जिम्मेदार हों उनके खिलाफ ऍफ़ आई आर हो, हम सब लोगों ने जनता की छोटी – छोटी समस्याओं को लेकर भी कलेक्टर साहब उमरिया से बात किया है उन्होंने आश्वासन दिया है कि आपकी सरकार आपके द्वार के माध्यम से हम अधिकारियों को वहां भेजेंगे और जरूरत पड़ने पर हम खुद वहां पहुंचेंगे और छोटी या बड़ी समस्या हो उससे निजात दिलाऊँगा |


इस बारे में जिले के कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी का कहना है कि हमारे पास ग्रामीणों का शिष्ट मंडल आया था इसमें दो तरह की शिकायते हैं एक तो सामान्य जन समस्या है जो विभिन्न योजनाओं से जुडी हैं, दूसरा एक मामला सामने आया है पहले जो भी बिजली की सामग्री खरीदी हुई है उसके घटिया स्तर के होने की शिकायत प्राप्त हुई है, जो शिकायत है उसमें हमने जिला स्तरीय दल गठित कर दिया है और जो हितग्राहियों की व्यक्तिगत शिकायते आई हैं इसके लिए बरही में एस डी एम और जो हमारे सी ई ओ जनपद स्तर के अधिकारी हैं जाकर सभी समस्याओं को सुनेंगे और उसका निराकरण करेंगे, शासन की जैसी मंशा है आपकी सरकार आपके द्वार ताकि जो सुशासन की सोच है उसको हम हमारे स्तर पर कार्यवाई करेंगे |


अब दूसरी तरफ देखें तो जिले के नए बस स्टैंड से राष्ट्रीय दलित महासभा ने भी अपनी मांगों को लेकर रैली निकाल कर कलेक्टर कार्यालय तक पंहुचे और उनको कार्यालय परिसर में ही रोक दिया गया उन्होंने चेतावनी दिया कि यदि हमारी मांगों को नही माना गया तो हम 26 नवम्बर को भोपाल में 50 हजार आदिवासी धरना देंगे और आर – पार की लड़ाई लड़ेंगे | इस बारे में दलित महासभा की महिला सचिव केशकली बैगा कही कि हमारी मांग है जिनके पास जमीन नही है उनको जमीन दिया जाय, जहाँ सड़क की व्यवस्था नहीं है वहां सड़क की व्यवस्था किया जाय पानी की व्यवस्था किया जाय गरीबों के साथ न्याय हो और हम सभी को 5 एकड़ जमीन दें जब तक जमीन नही मिलती है तब तक 5 हजार रुपया महीना दिया जाय अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो तो 26 नवम्बर को हम 50 हजार आदिवासियों के साथ भोपाल में धरना देंगे | वहीँ राष्ट्रीय दलित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय भारती का कहना है कि हम लोग लगातार यहाँ पर आ रहे हैं और कलेक्टर मिलना ही नही चाहता है दूसरी बात यह है कि एस सी – एस टी पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं उसको बंद किया जाय, कमलनाथ जी बोलते हैं कि उन्नाव में जो काण्ड हुआ है उसके पीड़ितों को कहते हैं कि यहाँ आकर बस जाओ, यहाँ के आदिवासियों को तो जमीन नहीं दे रहे हो और बाहर के लोगों को बसाना चाहते हो कई ऐसे गाँव हैं जहाँ आज भी लाईट नहीं है कमलनाथ जी ने नारा दिया है कि आपकी सरकार आपके द्वार, हम तो खुद ही आपके द्वार आ गए हैं कलेक्टर साहब को मिलना चाहिए, अगर कलेक्टर साहब को या उनके मंत्रियों को जाना है तो हम जहां कहते हैं वहां चलें, वो ऐसे गाँव में जाते हैं जहां सारी सुविधा होती है इसिलिये हम लोगों ने तय किया है वो कहते हैं सरकार आपके द्वार हम कहते हैं जनता आपके द्वार, अब जनता आपके द्वार हर महीने आयेगी हम लोग पूरे मध्य प्रदेश के आदिवासी 26 नवम्बर को भोपाल पहुंचेंगे और आर – पार की लड़ाई लड़ेंगे |


गौरतलब है कि प्रदेश सरकार की योजना आपकी सरकार आपके द्वार को इन आदिवासियों की रैली मुंह चिढाती सी प्रतीत हो रही है |