अधिकारी सीएम हेल्पलाइन में कोताई न बरतें : कलेक्टर 

4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस


awdhesh dandotia
मुरैना। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी सीएम हेल्पलाइन को अधिकारी प्राथमिकता दें। इस कार्य में कोताई बरदास्त नहीं होगी। यह निर्देश कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में टीएल बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। जिसमें कई अधिकारियों ने सीएम हेल्पलाइन में कोई प्रोग्रेस नहीं दिखाई है। उन 4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। इसके साथ ही सीवर लाइन का निर्माण कार्य वर्षा के बाद 15 अक्टूबर से प्रारंभ करना था। किन्तु सीवर निर्माण एजेन्सी ने आज  तक कार्य प्रारंभ नहीं किया है। इस कारण शहर वासियों को निकलने में असुविधा होने के कारण सीवर निर्माण एजेन्सी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तरूण भटनागर, अपर कलेक्टर एसके मिश्रा, समस्त जिलाधिकारी, नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित थे। 
कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने समस्त जिला अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन समय पर निराकरण हों, निराकरण न होने पर इसकी समीक्षा भोपाल स्तर से भी की जाती है। जिसमें जनाधिकार में जिस विभाग की शिकायत पहुंची तो उस अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जावेगी। अधिकारी प्राथमिकता के साथ सीएम हेल्पलाइन का प्राथमिकता से निराकरण करें। 500 दिवस की सीएम हेल्पलाइन को कम करने के बजाय बढऩे पर डीईओ ट्रायवल मुकेश पालीवाल, जनपद सीईओ पोरसा एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी पोरसा एवं जौरा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। 
कलेक्टर ने नगर निगम कमिश्नर को निर्देश दिये है कि सीवर निर्माण कार्य वर्षा समाप्ति के बाद 15 अक्टूबर से प्रारंभ किये जाना चाहिये था। किन्तु आज दिनांक तक सीवर निर्माण एजेन्सी ने कार्य प्रारंभ नहीं किया है। इस संबंध में निर्माण एजेन्सी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने नगर निगम कमिश्नर को निर्देश दिये है कि एमएस रोड़ पर स्ट्रीट लाइट दिन के समय अक्सर जल्ती हुई पाई जाती है। स्ट्रीट लाइट देखने वाले जिम्मेदार अधिकारी एवं कर्मचारी का 10 दिवस का वेतन काटे और आज के बाद स्ट्रीट लाइट जल्ती पाई गई तो विद्युत विभाग का बिल उस संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी के वेतन से जमा कराना सुनिश्चित करें। 
कलेक्टर ने कहा कि समस्त एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र की पीडीएस के दुकान संचालक की बैठक बुलायें, जिसमें पिछले 3 माह में वितरण होने वाले खाद्यान्न प्राप्ति, वितरण, पीओएस मशीन से या रजिस्टर के माध्यम से और किस तारीख से किस तारीख तक वितरण किया गया है। सम्पूर्ण जानकारी के साथ अगली टीएल बैठक में प्रस्तुत करें। उन्होनें कहा कि खाद्यान्न वितरण में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रहीं है, इस कारण एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों की दुकानों का औचक निरीक्षण कर खाद्यान्न वितरण में सुधार लायें। 
कलेक्टर ने कहा कि समाधान एक दिवस के अन्तर्गत जिले की प्रगति 96 प्रतिशत है। यह स्थिति ठीक नहीं है मुझे शत-प्रतिशत समाधान एक दिवस के परिणाम चाहिये। समाधान एक दिवस में निराकरण न वाले अधिकारियों पर जुर्माना लाग दिया जावेगा। जिसमें लोक सेवा केन्द्र सबलगढ़ में 54 शिकायतें लम्बित है। कलेक्टर ने सबलगढ़ एसडीएम के प्रति असन्तोष व्यक्त करते हुये कहा कि कार्य में सुधार लायें, अन्यथा अगली टीएल बैठक में जुर्माना किया जावेगा। 
कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. अशोक गुप्ता को निर्देश दिये कि जिला चिकित्सालय में डायलिसिस हर अवकाश, हर रविवार को होनी चाहिये। इसमें अवकाश वाले दिन भी बन्द नहीं होनी चाहिये। इस अवसर पर उन्होनें आपकी सरकार आपके द्वार होने वाले शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण के संबंध में संबंधित विभागों को कड़े निर्देश दिये।