राजनीतिक द्वेषता के चलते मप्र के साथ भेदभाव कर रही मोदी सरकार, कांग्रेस ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा

amjad khan


शाजापुर। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा मध्यप्रदेश की जनता के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार के खिलाफ कांग्रेस पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर हस्तक्षेप कर राहत राशि दिलाए जाने की मांग की। सोमवार को कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंउ परिसर में धरना प्रदर्शन किया और इसके बाद एसडीएम यूएस मरावी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर बताया कि इस वर्ष अतिवर्षा के कारण मध्यप्रदेश के किसानों और आमजन का काफी नुकसान हुआ है, जिसको लेकर विशेष पैकेज की मांग मोदी सरकार से की गई थी। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 4 अक्टूंबर 2019 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हे प्रदेश की जनता पर आई विपदा से अवगत कराया था, लेकिन मोदी सरकार ने राजनीतिक द्वेषता के चलते मप्र सरकार को अब तक राहत राशि नही दी है जिसके कारण किसानों और आमजन को बारिश में हुए नुकसान का मुआवजा समय पर वितरित नही किया सका है। ज्ञापन में बताया कि केंद्रीय दल ने प्रदेश में हुए नुकसान का आंकलन कर राशि दिए जाने की अनुशंसा की थी, परंतु मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार और जनता के साथ राजनीतिक आधार पर भेदभाव करते हुए अब तक राशि नही दी है। जबकि भाजपा शासित राज्यों में केंद्र की मोदी सरकार राहत राशि का वितरण कर चुकी है। ज्ञापन में प्रधानमंत्री मोदी पर भेदभाव किए जाने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति से मामले में हस्तक्षेप कर शीघ्र ही राहत राशि दिलाए जाने की मांग की है।
भाजपा जनता के साथ कर रही छलावा
राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर कांग्रेस पदाधिकारियों ने मोदी सरकार पर राजनीतिक आधार पर भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया। ज्ञापन में बताया कि मध्यप्रदेश की जनता के साथ केंद्र की भाजपा सरकार छलावा कर रही है। राजनीतिक द्वेषता के चलते मोदी सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ भेदभाव किया है। लोकसभा चुनाव में जनता ने 28 सांसद मोदी सरकार को दिए, लेकिन उक्त सांसदों ने कभी प्रदेश की जनता के लिए संसद में आवाज नही उठाई और  प्रदेश की जनता के साथ सांसदों ने भी धोखा किया। ज्ञापन में शीघ्र ही विशेष पैकेज की राशि वितरित किए जाने की मांग की गई। ज्ञापन सौंपते समय कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्रसिंह बंटी बना, राजकुमार कराड़ा, आशुतोष शर्मा, सचिन पाटीदार, कालूराम कुंडला, सरदार मूसा आजम खान सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित थे।