बंधक बने विधायकों को मुक्त कराएं: कमलनाथ  

केंद्रीय गृह मंत्री से कहकर हॉर्स ट्रेडिंग रुकवाएं
भोपाल। मध्य प्रदेश में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ  ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने गवर्नर को एक पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने लिखा कि सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है। स्पीकर जो तारीख चाहें तय कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने राज्यपाल से प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त यानी हॉर्स ट्रेडिंग रोकने का आग्रह किया है। सीएम ने अपने पत्र में गवर्नर से कहा है कि राज्य का संवैधानिक मुखिया होने के नाते वह केंद्रीय गृह मंत्री के साथ मिलकर बंधक बने विधायकों को मुक्त कराएं।


सौंपी 3 पन्नों की चिट्ठी
सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल से हुई मुलाकात के दौरान उन्हें 3 पन्नों की चिट्ठी सौंपी। इस पत्र में सीएम कमलनाथ ने बीजेपी के ऊपर मध्य प्रदेश की सरकार को गैरकानूनी और अनैतिक तरीके से गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने अपने पत्र में गवर्नर को यह भी बताया है कि बीजेपी ने मार्च के महीने में दो बार इस तरह का प्रयास किया। उन्होंने 3-4 मार्च और फिर 8 मार्च को विधायकों को बेंगलुरू ले जाने के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि इसके बाद से 6 मंत्रियों समेत 19 विधायक बीजेपी के रिजॉर्ट में बंधक बने हुए हैं। कमलनाथ ने अपने पत्र में असंतुष्ट विधायकों द्वारा अपना इस्तीफा भेजे जाने का भी जिक्र किया है।
कर्तव्य याद दिलाया
एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन को सौंपे गए पत्र में सीएम कमलनाथ ने गवर्नर के अधिकारों की याद भी दिलाई है। कमलनाथ ने अपने पत्र में कहा है, 'महामहिम, हमारा आग्रह है कि राज्य के संवैधानिक मुखिया होने के नाते आप अपने अधिकार और केंद्रीय गृह मंत्री की मदद से बेंगलुरू में बंधक बनाए गए सभी विधायकों को छुड़वाएं।' राज्यपाल से मिलकर आने के बाद सीएम कमलनाथ ने विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाने और कोरोना वायरस के असर पर भी अपनी बातें रखीं। लेकिन सियासी तजुर्बेकार सीएम की इस चिट्ठी की भाषा पर गौर कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया है कि केंद्रीय गृह मंत्री की मदद से बंधक विधायकों को छुड़वाया जाए और प्रदेश में विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग रोकी जाए।