जान पर खेलकर कुए में गिरे मासूम को बचाने वाले शिशुपाल का हुआ सम्मान 

 



khemraj mourya
शिवपुरी। कुएं में गिरे 7 वर्षीय बालक को अपनी जान की परवाह किए बिना बचाने वाले कक्षा 10 के छात्र शिशुपाल लोधी का सम्मान किया गया। होली के दिन जांबाज छात्र शिशुपाल लोधी को भारतीय वैश्य महासभा के जिलाध्यक्ष दिवाकर अग्रवाल ने सम्मान किया। जैन मंदिर में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भौंती के थाना प्रभारी अशोक बाबू शर्मा थे। समारोह में  पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक नगरिया, वरिष्ठ समाजसेवी कपूरचंद अग्रवाल, शाहबाद (राजस्थान)निबासी एडवोकेट विपिन बंसल भी उपस्थित थे। जिन्होंने शिशुपाल लोधी तथा उसके पिता गोपाल लोधी का शॉल, श्रीफल तथा माल्यापर्ण कर सम्मान किया तदुपरांत ग्वालियर निवासी आयू बंसल के पिता विनोद बंसल जो कि ग्वालियर हाई कोर्ट के वकील है उन्होंने शिशुपाल लोधी को माला पहना 5100 रुपये नगद व श्रीफल भेंट करते हुए कहा कि हम जिंदगी भर शिशुपाल का एहसान नही भूल सकते इस दुनिया में बहुत कम ही ऐसे लोग होते है जो अपनी जान जोखिम में डाल दूसरों की जान बचाते हंै, हम प्रयास करेंगे कि शिशुपाल को भोपाल में मुख्यमंत्री एबं राष्ट्पति पुरुस्कार से सम्मानित कराने का प्रयास करेंगे। 
भौंती थाना प्रभारी अशोक बाबू शर्मा ने भी इस बहादुर छात्र को 1100 रुपये का नगद पुरुस्कार दिया और कहा कि इस छात्र ने जो काम किया उसकी जितनी तारीफ की जाए कम हैं। मंै प्रयास करूंगा कि छात्र का जिले में कलेक्टर द्बारा भी सम्मान हो जिससे शिशुपाल जैसे कई जाबांज लोग भी दूसरों की जान बचा सके। पुरुस्कार के इस क्रम में आयू के मामा दिवाकर अग्रवाल, आशीष अग्रवाल ने भी 5100 रुपये, गल्ला व्यवसायी अखिलेश बिलैया ने 2100 रु, सतेंद्र सेठ 1100 रु, श्रीमती रानी जैन निवासी करैरा ने 1100 रु, विवेक कंथरिया पूर्व आचार्य सरस्वती शिशु मंदिर ने 1100 रु, व कई समाजसेवी बंधु, पत्रकार बंधु, एबं व्यवसायियों ने मिलकर करीब 21000 रुपये की राशि शिशुपाल लोधी को भेंट की गई। इस सम्मान समारोह में भौंती कस्बे की समाजसेविका श्रीमति ममता कंथरिया ने कहा कि आज बो कोख भी धन्य हो गई जिसने शिशुपाल जैसा साहसी पुत्र पैदा किया हर माँ को बहुत गर्व होता हैं जब उनका पुत्र कोई ऐसे कार्य करता है ।
इनका कहना है
मेरे बेटे शिशुपाल ने जो कार्य किया बो उसका फर्ज था मुझे बहुत गर्व हैं कि आज उसने किसी की जान बचाई।
पिता गोपाल लोधी
जब भी आपको किसी की मदद करने का मौका मिले तो आपको बिना स्वार्थ के उसकी मदद करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है कि जिंदगी में फिर ऐसा मौका दुबारा न आये ईश्वर के आशीर्वाद व आप सभी के सहयोग से हम दोनों कुँए से सकुसल बाहर निकल पाए।
शिशुपाल लोधी,माशूम आयू की जान बचाने बाला छात्र