जनहित के लिए वारसी परिवार ने लिया निर्णय, जनता कफ्र्यू के समर्थन में उर्स के समस्त आयोजन निरस्त


amjad khan
शाजापुर। कोरोना वायरस के भय ने बाजार से रौनक गायब कर दी है और लोग मुंह पर मॉस्क लगाकर घूम रहे हैं। स्कूलों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है तो शहर में लगने वाला मेला और उर्स भी निरस्त कर दिया गया है। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर 22 मार्च को जनता क$फ्र्यू का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री के इस ऐलान के बाद दायरा स्थित आस्ताना ए आलिया पर होने वाले समस्त आयोजनों को भी वारसी परिवार ने नही करने का फैसला लिया है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के आदेशानुसार इस वर्ष शहर में लगने वाले मेले और उर्स को पहले ही निरस्त कर दिया गया था, जिसके बाद उर्स का आयोजन सिर्फ मजार परिसर में ही छोटे स्तर पर किया जाना था, लेकिन जनता क$फ्र्यू का ऐलान होने के बाद वारसी परिवार के सदस्यों ने गुरुवार शाम बैठक कर निर्णय लिया कि वे इस वर्ष जनहित के लिए किसी भी तरह के आयोजन नही करेंगे। साथ ही शहर के लोगों से अपील की कि वे भी जनता क$फ्र्यू का समर्थन कर अपने घरों में ही रहें। बैठक के दौरान साजिदअली वारसी सहित वारसी परिवार के सदस्य मौजूद थे।
बाजार में पसरा सन्नाटा
 कोरोना वायरस के भय से बाजार में सन्नाटा पसर गया है और कुछेक ग्राहक ही खरीदी करने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं लोगों के साथ व्यापारी भी भयभीत होकर मुंह पर मॉस्क लगाए नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस ने विश्वभर में भय पैदा कर रखा है और भारत में भी इस वायरस की चपेट में सैकड़ों लोग आ चुके हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर सभी स्कूल, कालेज, आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया है। सिनेमाघरों में ताले लगा दिए गए हैं और जिलेभर में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। इधर स्वास्थ्य विभाग का महकमा भी हर तरह की परिस्थिति से निपटने की बात कह रहा है। सिविल सर्जन डॉ शुभम गुप्ता ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए हर संभव तैयारी की गई है। अस्पताल में संक्रमित मरीजों को रखने के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं।