कोरोना वायरस से बचने के लिये सावधानी ही इसका उपाय है - कलेक्टर श्रीमती दास    

- विदेश यात्रा कर लौटे व्यक्तियों के सम्पर्क में न आयें, श्वास लेने में तकलीफ हो तो तत्काल चैकअप करायें  
- कोरोना वायरस के संबंध में कार्यशाला सम्पन्न  


awdhesh dandotia


मुरैना। कोरोना वायरस की रोकथाम एवं नियत्रंण के संबंध में मुरैना जिला मुख्यालय पर कार्यशाला में कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिये सावधानी ही उसका उपाय है। विदेश से लौटने वाले व्यक्तियो के सम्पर्क में न आयें। बार-बार हाथ धोंये, खांसी, जुकाम, बुखार एवं श्वास लेने में तकलीफ  हो, तो तत्काल चैकअप करायें। यह कार्यशाला शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी विनीत झा, सीएमएचओ आरसी बांदिल, सिविल सर्जन डॉ. अशोक गुप्ता, डॉ. अल्पना, डॉ. राघवेन्द्र, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी, जनसम्पर्क, ट्रायवल, बैटनरी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, होमगार्ड, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, एस.ए.एफ., आईएमए के अध्यक्ष एवं सदस्य केमिस्ट एसोशिएशन के अध्यक्ष एवं सदस्य गण उपस्थित थे।  



कलेक्टर श्रीमती दास ने कहा कि नोवल कोरोना वायरस से डरने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन सावधानी आवश्यक है। मुरैना जिले में वायरस से बचाव के लिए सभी एहतियाती प्रबंध किए गए हैं। आमजनों से भी नोवल कोरोना वायरस से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की गई है। कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा भी कोरोना वायरस से बचाव के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। चिकित्सकों को भी इसके लिये ट्रेनिंग दी गई है। जिले में जिला अस्पताल में भी आईसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शहर के बाहरी क्षेत्र में संचालित नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटरों में भी आईसोलेशन वार्ड तैयार किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नोवल कोरोना वायरस बीमारी के प्रकरण विश्व के देशों में दर्ज किये गये है। 3 मार्च की स्थिति में पूरे विश्व में 88 हजार 948 प्रकरण दर्ज किये गये है। जिनमें से 3 हजार 43 की म्रत्यु हो गई है। इस बीमारी से निपटने के लिये राज्य शासन ने निगरानी तथा नियंत्रण उपायों को सुदृढ़ किया है। नोवल कोरोना वायरस बीमारी की जानकारी व मार्गदर्शन हेतु कॉल सेंटर 104 को राज्य स्तर पर क्रियाशील किया गया है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर व ग्वालियर एयरपोर्ट पर प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। 


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नोवल कोरोना वायरस बीमारी की रोकथाम एवं निगरानी लिये गाईड लाइन व प्रोटोकॉल प्रेषित किय गये है। साथ ही श्वसन शिष्टाचार का उपयोग करने (अपनी नाक और मुंह को ढ़ंकने के लिये टिशु पेपर/रूमाल का उपयोग करें, खांसी/छींकते समय आप का सामना करने वाले व्यक्ति से मुंह मोड़ लें) एवं बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोयें या अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने तथा लक्षण न होने पर 28 दिनों तक होम आईसोलेशन में रहने हेतु निर्देशित किया है। मध्यप्रदेश में अभी तक कोई पॉजीटिव प्रकरण नहीं है। किन्तु आगरा में 6 मरीज इस बीमारी के मिले है। इस लिए मुरैना को इस बीमारी से बचाव के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि आगामी दिनों में होली का त्यौहार है। त्यौहार आम जन पूर्ण हर्षोल्लास के साथ परंपरागत रूप से मनाएं। त्यौहार के दौरान भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या-क्या सावधानियां आवश्यक है इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कराया जाए। 


कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरसी बांदिल ने कोरोना वायरस के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानियां आवश्यक है। जिला प्रशासन के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिये सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। अस्पतालों में अलग से वार्ड भी बनाए गए हैं। इस मौके पर डीआरडीई के विशेषज्ञों और आईएमए के विशेषज्ञों द्वारा भी कोरोना वायरस के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में उपस्थित लोंगो ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में कोरोना वायरस से बचाव के लिये आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सकों से भी कहा है कि कोरोना वायरस के जो लक्षण हैं। उससे संबंधित अगर कोई मरीज आता है तो उसकी पृथक से जांच कर उसकी निरंतर मॉनीटरिंग की जाए। कार्यशाला के प्रारंभ में कोरोना वायरस के संबंध में विस्तार से प्रजेण्टेशन दिया गया।