नफरत फैलाने वाले लोगों का हथियार नही बनें युवा: आरिफ मसूद

एनआरसी, सीएए और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखें


amjad khan
शाजापुर। देश के मौजूदा हालात बेहद खराब हैं, क्योंकि सत्ता की रोटी सेकने के लिए भाजपा नफरत फैलाने का काम कर रही है। देश में बेरोजगारी चरम पर है, लेकिन इस ओर ध्यान देने की बजाय मोदी सरकार जात-पात के नाम हमें आपस में लड़ाकर देश को जलाने का काम रही है। फूट डालकर लाशों पर सत्ता की कुर्सी बनाए रखने के लिए भाजपा शांतिपूर्ण आंदोलनों को दंगे में बदलने का काम कर रही है।



हमें नफरत फैलाने वाले इन लोगों का हथियार नही बनना है और देश में अमन और भाईचारा कायम रखना है। यह बातें सीएए, एनपीआर और एनआरसी कानून के विरोध में शाजापुर जिला मुख्यालय पर सोमवार रात आयोजित विशाल धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भोपाल विधायक आरीफ मसूद ने कही। प्रदर्शन में हजारों लोगों ने शामिल होकर काले कानून का विरोध जताते हुए केंद्र सरकार से कानून रद्द करने की मांग की। सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में लालपुरा बाड़ी में आयोजित प्रदर्शन के दौरान मंच पर भीम आर्मी के सुनील अस्तैय, बबीता चौहान, बंटी बना, मौलाना नजीर साहब, उज्जैन मु$फ्ती मौलाना अली कदर साहब, राजकुमार कराड़ा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बंटी बना, दीपक साहू, मु$फ्ती इकरार, राधेश्याम मालवीय, मनोहरसिंह कटारिया, काजी एहसानउल्लाह, इरशाद ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इरशाद खान आदि मंचासीन थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री मसूद ने कहा कि जिस कौम के लोगों ने देश की आजादी के लिए सीने पर गोली खाई आज उसी कौम के लोगों से देश भक्त होने का सबूत मांगा जा रहा है। उन्होने कहा कि हमसे देशभक्ति का सबूत भी ऐसे लोग मांग रहे हैं, जिनकी देश की आजादी में कोई भूमिका नही रही। श्री मसूद ने कहा कि मुसलमान वह कौम है जिसने सीने पर गोली खाकर भी तिरंगे को झूकने नही दिया और आज भी यह कौम हाथों में तिरंगा लिए संविधान के खिलाफ पारित किए काले कानून के विरोध में सड़कों पर उतरी है।



मसूद ने कहा कि भाजपा भ्रम फैला रही है कि सीएए और एनआरसी कानून सिर्फ समाज विशेष के लोगों के लिए है, जबकि इस काले कानून से देश के हर नागरिक को परेशानी उठानी पड़ेगी। उन्होने कहा कि जिस तरह नोटबंदी ने पूरे देश के लोगों को मुसीबत में डाला, उसी तरह सीएए और एनआरसी कानून भी देश के लोगों को मुसीबत में डालने का काम करेगा। विधायक मसूद ने कहा कि भारत की अखंडता पर घात करने के लिए भाजपा ने काला कानून लागू किया है, जिसका हम सबको विरोध करना चाहिए। हमें अपने घरों से अमन और भाईचारे के लिए निकलने की जरूरत है। हमें सरकार से पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जांच का सवाल करना चाहिए। उन्होने कहा कि मोदी सरकार से हम मांग करते हैं कि वे संतोष, सीता, प्रीति, विजय और विनोद को नौकरी दे, वह हिंदूओं को नौकरी दे, लेकिन सरकार ऐसा नही करेगी, क्योंकि यह सरकार महज सांप्रदायिक तनाव पैदा कर सियासत में बनी रहना चाहती है। मसूद ने कहा कि हम देश को आजाद कराकर ऐशोआराम की जिंदगी गुजारने में लग गए, तभी देश में एक जमाअत ने नफरत फैलाना शुरू कर दिया। देश के लोगों को झूठे इतिहास बताकर जात-पात के नाम पर एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया। आज देश नफरत की राजनीति में झूलस रहा है। युवा बेरोजगार हैं और सरकार उन्हे रोजगार देने की बजाय हिंदू-मुस्लिम कर लड़ाने का काम कर रही है। मसूद ने कहा कि यह देश महात्मा गांधी के विचारों पर चलता है, लेकिन भाजपा इसे गोड़से के विचारों पर चलाना चाहती है जिसे कभी पूरा नही होने दिया जाएगा।
पहले नोटबंदी और अब वोट बंदी की तैयारी
 प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भीम आर्मी प्रदेश प्रभारी सुनील अस्तेय ने कहा कि मोदी सरकार पहले नोटबंदी लाई जिससे हर वर्ग के लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं अब सरकार सीएए, एनपीआर और एनआरसी लाकर वोट बंदी करने की तैयारी कर रही है। अस्तेय ने कहा कि मोदी सरकार दलितों और मुस्लिमों से वोट का अधिकार छीनना चाहती है इसलिए वह काला कानून रद्द करने को तैयार नही है। बबीता चौहान ने कहा कि हम सरकार को कागज नही दिखाएंगे और ना ही इस देश को छोड़कर जाएंगे। सभा को मौलाना कदर सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।