सिंचाई के अभाव में सैंकड़ों बीद्या गेंहू की फसल पर पड़ा विपरीत प्रभाव 

बोनी से अब तक किसानों को एक पानी नसीब नहीं 
awdhesh dandotia
मुरैना/दिमनी। मध्यप्रदेश में बैठी कांग्रेस सरकार को किसानों की चिंता न करते हुए अपने स्वार्थी ड्रामे में मशगूल है। नहर में पानी न आने से दिमनी, चांदपुर, रतीराम का पुरा गांव के गेंहू की फसल सिंचाई के कारण कमजोर पड़ गई है। पैदावार कम होने के आसार देखें। सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का कारनामा उजागर हुआ। 
जानकारी के अनुसार दिमनी विधानसभा की तीन पंचायतों में जब से रबी गेंहू की बोनी किसानों ने की है। तब से अब तक 32 टू आर नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है। इस कारण सैकड़ों बीद्या गेंहू की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई। पानी के अभाव में पैदावार के आसार बहुत ही कम दिखते नजर आ रहे है। पानी नहर में छोडऩे के लिए किसान सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके। किंतु आज तक उनके कानों में जूॅ तक रेंगी। बताया गया है कि श्योपुर जिला से निकलने वाली बड़ी नहर से 33 टू आर नहर निकली है। उसी से 32 टू आर नहर निकली जिसमें किसानों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ। इसी वजह से किसान काफी दु:खी है। 
प्रेस को जानकारी इन किसानों ने दी है। श्रीनिवास शर्मा, हरिओम शर्मा, सुखलाल सिंह तोमर, रामशंकर शर्मा, हरीसिंह तोमर आदि इन सभी किसानों ने जिलाधीश मुरैना से मांग की है कि पंचायतों में पहुंचकर किसानों से पूछा जावे, दोषी कर्मचारी के प्रति कार्यवाही करें। 
इनका कहना है :- 
जिन किसानों ने बताया है उनको हमारे पास भेजों जांच कराते है। 
विनोद सिंह, एसडीएम अम्बाह 
इनका कहना है :- 
मैंने वरिष्ठ अधिकारी एवं विधायक को अवगत कराया था। नहर में 500 क्यूसिक की बजाय 700 क्यूसिक पानी दिया जाये। वहीं नहर का पक्कीकरण चल रहा है। 
योगेश दुबे, एसडीओ प्रभारी सिंचाई विभाग अम्बाह