तीन मित्रों को सबकी परवाह, गॉव के बाहर गुजार रहें है दिन


sanjay sharma
खरगोन, रायबिड़पुरा गॉव के तीन मित्र जो वर्षो पहले काम धंधे की तलाश में अपने परिवार को लेकर बाहर चले गए थे। अब कोरोना वायरस की दस्तक हुई तो अपने यार मित्रों और अपने गॉव की याद आने लगी। वैसे तो कभी-कभी त्यौहारों या अन्य अवसरों पर भी आते रहे है। मगर इन दिनों के हालात कुछ अलग है। इन्हांेने अपने बच्चों और पत्नियों को पहले ही गॉव भेज दिया था। रायबिड़पुरा के संतोष साईखेड़िया, मनीष ठोमरिया और संतोष मंडलोई रविवार को अपने गॉव पहुॅचे तो जरूर लेकिन अपने गॉव और घर परिवार से अपने आपको दूर रखा है। वो जानते है कि कही हम हमारे अपनो को ही संक्रमित न कर दे। इसलिए तीनों ने अपने आप को गॉव के बाहर खलिहान में ही सीमित किया है। हालांकि इन तीनों को सर्दी खंासी या कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं है मगर फिर कम से कम 10 दिनों ते अपनो से खुद को दूर रखने में सबकी भलाई ही मान रहें है। ऐसा भी नहीं है कि गॉव या परिवार वालों ने इनको गॉव में प्रवेश से रोका हो। वे तीनों ने अपने आपको गॉव और परिवार वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गॉव के बाहर ही खलिहान में रूके है और यही पर भोजन और रात गुजारने का निर्णय लिया है। इन तीनों मित्रो की आपसी समझ बुझ ही ऐसे समय में हम सबको अपनानी है। ऐसे ही हमसब कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में कामयाब होंगे।