तीसरे दिन भी दिखा लॉकडाउन का असर, दोपहर होते-होते कफ्र्यू लगा 

आवश्यक सेवाएं नहीं होंगी बाधित, उल्लंंघन करने वालों पर 188 के तहत दर्ज होगा मामला 


khemraj mourya
शिवपुरी। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 22 मार्च रविवार के जनता कफ्र्यू के सफल होने के बाद कलेक्टर अनुग्रह पी द्वारा लॉकडाउन की अवधि 24 मार्च होने के बाद एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि 31 मार्च कर दी है। जिसकी पुष्टि कलेक्टर अनुग्रह पी ने की है। उनका कहना है कि पूर्व की तरह 31 मार्च तक लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान आवश्यक सेवाओं की पूर्ति होती रहेगी। इसका आदेश भी शाम को जारी कर दिया जाएगा। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर एसपी राजेश सिंह चंदेल ने 188 के तहत मुकदमा दर्ज करने का आदेश भी दे दिया है। आज सुबह 7 बजे से 10  बजे तक सब्जी मंडी और राशन की दुकानोंं के साथ-साथ डेयरियां आपूर्ति के लिए खोली गई और 10 बजे के बाद पुलिस ने इन्हें बंद करा दिया। हालांकि मेडीकल इस पूरे लॉकडाउन के दौरान दिनभर खुली रहेंगी। मंगलवार की सुबह से ही पुलिस ने मैदान संभाल लिया है, जो लॉकडाउन के दौरान फालतू घूम रहे लोगों और वाहन चालकों को रोककर घर से निकलने का कारण पूछ रहे हैं और संतुष्टीपूर्ण जबाव न होने पर उन पर कार्रवाई कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस की एक मानवीय पहल भी देखने को मिल रही है। पुलिसकर्मी लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक कर रहे हैं और उनसे निवेदन भी कर रहे हैं कि वह अपनी और अपने परिवार के साथ पूरे समाज का ख्याल रखें। क्यों कि कोरोना वायरस छूने से फैल रहा है। इसलिए मुंह पर मास्क लगाकर घरों में ही रहें और हाथों को बार-बार धोकर सेनेटाईज करें। 



सब्जियों के दाम हुए स्थिर
लॉकडाउन के दौरान कल जहां सब्जियों के दाम सब्जी विक्रेताओं ने दो गुने कर दिए थे। उन पर प्रशासन ने सख्ती की और आज सब्जियों के दाम पूर्व की तरह कर दिए गए। हालांकि कुछ सब्जी विक्रेताओं ने 5 से 10 रूपए तक महंगी सब्जी बेची। वहीं गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले ठेलों पर सब्जी बेचने वाले लोगों ने भी सब्जी के दाम बढ़ा दिए हैं। इन पर भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। 



राशन के बढ़े हुए दामों में मिला 
राशन की आपूर्ति शहर में किए जाने को लेकर प्रशासन ने राशन की दुकानों को भी तीन घंटे खोलने की छूट दी है और आज जैसे ही राशन की दुकानें खुली तो वहां भीड़ लग गई। जिसका फायदा भी दुकानदारों ने उठाया। 80 से 90 रूपए में मिलने वाली दालें 120 से 130 रूपए तक बेची गईं। वहीं आटे का एक कट्टे पर 100 रूपए से 200 रूपए अधिक वसूले गए। कलेक्टर ने ऐसे दुकानदारों को चेतावनी दी है कि वह तय दामों मं राशन का विक्रय नहीं करते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 



मेडीकलों पर दवाओं को लगा टोटा 
शहर में थोक दवाओं की दुकानें लॉकडाउन के दौरान बंद कर दी गई हैं। जिससे रिटेल मेें बिकने वाली दवाओं के स्टोरों पर विभिन्न दवाओं का टोटा लग गया है। लोग पर्चे पर लिखी दवा लेने जब मेडीकलों पर पहुंच रहे हैं तो वहां एक या दो दवा ही मिल रही हैं। जबकि शेष अन्य दवाओं को लेने के लिए लोग दूसरे मेडीकल की ओर रूख कर रहे हैं। इस तरह लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके पीछे रिटेल मेडीकल संचालकों का तर्क है कि थोक दवाओं की दुकानें खुल नहीं रही हैं। जिस कारण दवाओं की आपूर्ति उन तक नहीं हो पा रही है। 



सेनेटाईजर और मास्क बढ़े हुए दामों में भी नहीं है उपलब्ध 
शहर में स्थित मेडीकल स्टोरों पर सेनेटाईजर और मास्क बिल्कुल गायब हो गए हैं। पहले यह चीजें बढ़े दामों में भी लोगों को प्राप्त हो रही थी। लेकिन थोक मेडीकल की दुकानें बंद होने से उनकी आपूर्ति नहीं हो पा रही है। लोग उनके बढ़े हुए दाम भी देने के लिए तैयार हैं। फिर भी उन्हें यह वस्तुएं उपलब्ध नहीं हो पा रहीं। 



लोक परिवहन बंद, जरूरी माल परिवहन होगा 
आवश्यक चिन्हित सेवा दुकानों को छोड़कर पूरा बाजार व परिवहन बंद हो गया है। टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा, बैन, बसें एवं समस्त सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर रोक होने के बाद लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पूर्णत: बंद हो गया है। जिसका फायदा यह हुआ कि कोरोना वायरस की चैन टूट गई और शहर में अभी तक कोई ऐसा गंभीर मामला नहीं आया है। बंद के दौरान जरूरी माल परिवहन संबंधी वाहनों को छूट दी गई है। जिनमें रसोई गैस परिवहन, कैश ट्रांसफर करने वाले बैंक वाहन, मेडीकल इमजेंसी वाहन आदि शमिल हैं। 



बैंक सुबह 10 बजे से 2 बजे तक ही खुलेंगे 
लॉॅकडाउन की स्थिति में बैंक सेवाएं सूचारू रूप से जारी हैं। हालांकि इनके समय में परिवर्तन किया गया है। जो सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही खुलेंगे और वहां सिर्फ कैश के लेनदेन व जरूरी काम ही हो रहे हैं। साथ ही एटीएम पूरी तरह से संचालित हैं। 


फल हो सकते हैं महंगे
शहर में फलों का व्यापार करने वाले व्यापारियों ने फलों के महंगे होने की संभावना जताई है। इसके पीछे उनका तर्क है कि बाहर से फल शिवपुरी नहीं आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में आवक कम हो गई है। अभी तक शहर में संतरे 30 रूपए किलो, केले 20 रूपए किलो, अनार 80 रूपए किलो, पपीता 20 रूपए किलो और आम 100 रूपए किलो आसानी से मिल रहे हैं। लेकिन फल विक्रेताओं का कहना है कि आज शाम तक अगर फलों की आवक नहीं हुई तो कल से फलों की उपलब्धता कराना मुश्किल हो जाएगा। जिन लोगों पर फलों की कुछ खेप बची है वह महंगे बिकेंगे। फल विक्रेताओं की मांग है कि प्रशासन इस ओर भी अपना ध्यान केन्द्रित करे। 


वाहनों की हवा निकाली, कई थाने में बैठाए 
लॉकडाउन की स्थिति मेें लोगों के बेवजह घर से निकलने पर रोक होने के बाद भी अपने वाहनों से शहर का भ्रमण करने वाले वाहन चालकों को पुलिसकर्मियों ने रोककर उनके वाहनों की हवा निकाली। साथ ही उन्हें समझाईश भी दी गई। लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग बाजारों में घूमते रहे, जिन्हें पकड़कर कोतवाली भेज दिया गया। जहां पुलिस ने कुछ देर बैठाने के बाद उन्हें समझाईश दी कि अगर वह इसके बाद भी बाजार में घूमते हुए दिखे तो उन पर धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया जाएगा।