9 बजते ही घरों की छतों पर गूंज उठे घंटे घडिय़ाल, जयकारों के साथ घरों में मनाया गया महावीर जन्म कल्याणक


amjad khan
शाजापुर। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सरकार द्वारा किए गए 21 दिवसीय लॉक डाउन का शहर के समझदार रहवासी पूरी इमानदारी के साथ पालन कर रहे हैं। साथ ही इस दौर को अपने घरों में रहकर बिताने के साथ ही धर्म-कर्म को भी बखूबी निभा रहें हैं। इसीके चलते स्थानीय जैन समाजजनों ने भगवान महावीर का जन्म कल्याणक उत्सव घरों में रहकर ही उत्साह उमंग के साथ मनाया। समाज के मीडिया प्रभारी मंगल नाहर ने बताया कि दुनियाभर में कोरोना संक्रमण ने हाहाकार मचा रखा है जिसकी चपेट में आकर समूचा भारत भी संघर्ष की स्थिति में पहुंच चुका है। संक्रमण के प्रभाव से बचने के लिए किए गए 21 दिन के लॉक डाउन ने इंसानी दिनचर्या को भी थाम सा दिया है और लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हो गए हैं। धरती पर आए इस अनचाहे संकटकाल में भी लोग अपने आध्यात्मिक कर्तव्यों को नहीं भूल रहे हैं और धार्मिक उत्सवों को अपने घरों में ही मना कर सांस्कृतिक एकता की मिसालें पेश कर रहे हैं। इसी का एक उदाहरण सोमवार सुबह नगर में देखने को मिला जब चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक के उपलक्ष्य में सुबह 9 बजे समाजजनों ने अपने घरों की छतों से घंटे. घडिय़ाल, शंख, ढोल और थालियां बजाने के साथ महावीर के जयकारों का गगनभेदी उद्घोष करते हुए पर्व की शुरुआत की। इसके बाद धर्मावलंबियों ने अपने घरों में ही प्रभु प्रतिमाओं की पूजा-आरती की तथा अन्य धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न की। साथ ही इस विपत्ति का अंत करके संसार में सुख-शांति की कामना की। 
लॉक डाउन का पालन करके मनाया पर्व 
 समाज के अध्यक्ष लोकेन्द्र नारेलिया ने बताया कि प्रतिवर्ष समाजजनों द्वारा विशाल चलसमारोह नगर में निकाला जाता है साथ ही दिनभर धार्मिक गतिविधियां भी मंदिर में संचालित होती हैं। रात्रि में रंगारंग धार्मिक प्रभु भक्ति के साथ पर्व का समापन होता है, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे लॉक डाउन को देखते हुए समाजजनों से घरों में रहकर ही उत्सव मनाने की अपील गई थी, उसीके अनुरूप उक्त महोत्सव शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ।