डेढ़-दो लाख लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ा रहे हैं वन नर्सरी श्रमिक



भोपाल, वन विभाग की 171 नर्सरी में काम करने वाले लगभग 5 हजार श्रमिक अपने घर-पड़ोस और गाँव वालों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने के साथ कोरोना के खतरों से भी आगाह कर रहे हैं। स्थानीय मुख्य वन संरक्षक, अनुविभागीय अधिकारी और रेंज अधिकारी की देख-रेख में लगभग माह के 30 दिन काम करने वाले इन श्रमिकों को सोशल डिस्टेंसिंग का प्रशिक्षण दिया गया था। नर्सरी में प्रतिदिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने से अब यह इनकी आदत में ही शामिल हो गया है। श्रमिकों की पहल से इनके परिवार और मित्रों के संपर्क में आने वाले करीब डेढ़ से दो लाख लोग भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं।


श्रमिकों को नर्सरी आने पर रोज ही एक बार पुन: प्रशिक्षण दिया जाता है। श्रमिक उनके लिए बनाए गए चूने के घेरों में ही खड़े रहकर प्रशिक्षण लेते हैं। श्रमिकों को हाथ धोने के लिये सेनेटाइजर एवं साबुन की व्यवस्था भी की गई है। मजदूरों को बिस्किट के पैकेट और पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाता है। श्रमिकों को साप्ताहिक भुगतान किया जाता है।


3 हजार जागरूकता शिविर


वन विभाग द्वारा 18 वन वृत्तों में कोरोना के विरूद्ध जागरूकता के प्रचार-प्रसार के लिए लगभग 3 हजार शिविर लगाए जा चुके हैं। इससे लाखों लोगों में कोरोना से बचाव के प्रति जागरुकता आई है। सागर वनवृत्त में 240, भोपाल 500, छिंदवाडा 152, बैतूल 101, शिवपुरी 235, खण्डवा 228, छतरपुर 202, शहडोल 25, इंदौर 15, जबलपुर 570, सिवनी 90, बालाघाट 115, उज्जैन 55, होशंगाबाद 78, रीवा 240 और ग्वालियर वनवृत्त में 155 जागरुकता शिविर लगाए जा चुके हैं।