भोपाल। कोरोना को परास्त करने में मध्यप्रदेश के महिला स्व-सहायता समूह युद्ध स्तर पर योगदान दे रहे हैं। देवास जिले के ग्रामीण क्षेत्र की 125 से 150 महिलाएँ प्रतिदिन 2000 से 2500 मास्क तैयार कर जिला प्रशासन को सहयोग कर रही हैं। साथ ही, आजीविका उत्पाद स्टोर में 10 रुपए की दर पर इसका विक्रय भी कर रही हैं। इससे महिलाओं को भी घर बैठे रोजगार मिल गया है। जिले के ग्राम अकबरपुर, मिजार्पुर, डबलचौकी, अखेपुर, पटाड़ी, रतेड़ी, चोबापिपल्या, पनवासा, गुर्जर बापच्या, खटाम्बा, पत्थर गुराड़िया, महुखेड़ा, फावड़ा, दत्तोर, खोखरिया, बोरखेड़ा, सकतली, रणायरकला आदि गाँवों में स्व-सहायता समूहों की ग्रामीण महिलाओं द्वारा मास्क तैयार किये जा रहे है। महिलाओं द्वारा जिला कलेक्टर कार्यालय, चिकित्सालय, जिला सहकारी बैंक, नगर निगम, जनपद पंचायत, उप पुलिस अधीक्षक यातायात, मेडिकल एसोसियेशन और ग्राम पंचायतों में मास्क का विक्रय किया जा रहा है। अभी तक 71 हजार मास्क विक्रय किये जा चुके है।
देवास जिले से शुरू हुआ मास्क बनाना
प्रदेश में मास्क बनाने का काम सबसे पहले देवास जिले में ग्रामीण समूहों की महिलाओं द्वारा प्रारंभ किया गया। इसके बाद प्रदेश के अन्य जिलों में मास्क बनने लगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा प्रारंभ की गई जीवन शक्ति योजना में अब शहरी क्षेत्रों में भी महिलाएँ मास्क तैयार करेंगी। इसके लिये उन्हें 0755-2700800 नम्बर पर कॉल कर अपना पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के बाद उन्हें मोबाईल पर ही मास्क बनाने का आर्डर मिल जायेगा।
ग्रामीण महिलाएँ प्रतिदिन बना रहीं 2500 मास्क