नेशनल लोक अदालत का आयोजन 09 मई को

आर्मी जवान सतेन्द्र की शरहद पर डियूटी देते समय आकस्मिक निधन
अंत्येष्टि में एसडीएम अम्बाह सहित गणमान्य नागरिक रहे मौजूद


awdhesh dandotia
मुरैना/दिमनी। जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत खडिय़ाहर निवासी आर्मी जवान  जम्मू कश्मीर की सरहद पनोर में तैनात था। वह भारत माता की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, जब सतेन्द्र का पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम खडिय़ाहार लाया गया। उक्त आर्मी जवान का शव के गृह ग्राम पहुंचने की सूचना जैसे ही ग्राम वासियों को मालूम पड़ी तो वे कोरोना वायरस को न देखते हुए दर्शन करने दौड़ पड़े। देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में लोग एकत्रित हो गये। जब आर्मी के जवान ताबूत में रखे शहीद को  कंधे पर  रखकर घर पँहुचे तो उसे  देखकर परिवार के लोगों में चीखपुकार मच गई। वहाँ सबकी आँखो से अश्रुओं की धारा बहने लगी। पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था। बताया गया है कि शहीद अपने पीछे पत्नी अंजली एक 8 माह बेटा शिवांश माता-पिता छोड़ गया है जब सतेन्द्र के पार्थिव शरीर को  मुक्तिधाम ले जा रहे थे  तो पीछे सेकड़ो की संख्या  में ग्रामीण एवं अधिकारी  एक किलो मीटर पैदल चले। मुखागिन भतीजे कान्हा ने दी। जब राज एक्सप्रेस प्रतनिधि ने साथ मे आए आर्मी सूबेदार  प्रमोद से सवाल किया तो उन्होंने ज्यादा न बताते हुए केवल इतना ही कहा कि हमारे बरिष्ठ अधिकारियों ने  बतया था, पोस्ट मार्टम हो गया है। आप  सतेन्द्र जवान को साथ  लेकर जाए। अंतिम संस्कार परिवार वाले ही करेंगे। दाह संस्कार के लिए कुछ राशि भेजी है अभी नही। अंत्येष्टि के अवसर पर विनोद सिंह एसडीएम अम्बाह, जितेंद्र नगायच थाना प्रभारी दिमनी, महेश  शर्मा  चौकी प्रभारी, मिरगान थाना प्रभारी सिहोनिया, पत्रकार श्रीलाल गोस्वामी आदि गणमान्य नागरिक मौजूद थे। लोकडाउन का पालन पुलिस जवानों ने दूरी बनाकर अंतिम संस्कार कराया।