प्रदेश के अड़तालीस जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू

कोरोना संक्रमण को देखते हुए गाइड लाईन पालन करने का निर्देश
राज्य की प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार की व्यवस्था को बताया नाकाफी


भोपाल। कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन के तहत बुधवार से रबी उपार्जन की खरीदी शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने राज्य के पैंतालिस जिलों में खरीदी केंद्रों के माध्यम से इसकी शुरूआत कर दी है। माना जा रहा है कि प्रदेश में रबी का बंपर उत्पादन हुआ है और समय सीमा में इसकी खरीदी का काम राज्य सरकार पूरा करवा लेगी। इसके लिए सबसे अहम चीज सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना निर्देशित किया गया है। सरकार ने दावा किया है कि खरीदी केंद्रो पर कोरोना से बचने के सभी आवश्यक उपाय पालन करने के लिए संसाधन उपलब्ध करवा दिए गए हैं किंतु प्रमुख विपक्षी दल ने सरकार को दावों को नाकाफी बताया है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने किसानों को समय पर ना तो एसएमएस कर रही है और ना ही केंद्रो पर उनकी खबर लेने वाला कोई जिम्मेदार तैनात किया गया है।
बता दें कि सरकार ने रबी उपार्जन की खरीदी के लिए केंद्रों पर हैंडवाश और सेनेटाईजर के साथ मास्क की व्यवस्था भी करने को कहा है। किसान और खदीदी करने वाले कर्मचारी इस गाइड लाईन का पूरा पालन करेंगे। जानकारी के मुताबिक खरीदी केंद्रो पर स्वास्थ्य परीक्षण की भी व्यवस्था सरकार ने की है।
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी भोपाल और इंदौर में किसानों के लिए कुछ पावंदिया लगाई गई हैं। हालांकि खेती के कार्य को बिल्कुल ही रोका नहीं गया है। माना जा रहा है कि शीघ्र ही एक दो दिन के भीतर इन जिलों के लिए भी गाईड लाईन बना दी जाएगी ताकि आगे का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे।


वनोपज की खरीदी 25 अप्रेल से
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रालय में संपन्न समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि इस माह की 25अप्रेल से वनोपज की खरीदारी शुरू होगी। सीएम ने कहा कि इस बार महुआ की 35 रूपए किलो और तेंदू पत्ते की तोड़ाई के पश्चात खरीदी का काम चार मई से शुरू होगा। तेंदूपत्ते का मूल्य 2500 प्रति मानक बोरा होगा।
खरीदी केंद्रो पर गाईड लाईन का हो रहा पालन :
सभी जिलों को कोविड-19 के वायरस से बचाव के लिए गाइड लाइन जारी की गई है। खरीदी केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के उद्देश्य से एक दिन में मात्र 6 किसानों को ही एसएमएस भेजकर बुलाया जा रहा है। किसान 2 पाली में 3-3 की संख्या में खरीदी केन्द्रों पर आएंगे। खरीदी केन्द्रों पर आए किसानों के लिये हैंडवाश और सेनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। खरीदी कार्य करने में लगे गुणवत्ता परीक्षक नोडल अधिकारी उपार्जन प्रभारी आॅपरेटर एवं हम्मालों को अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करने के निर्देश दिए गये हैं। मास्क की आपूर्ति जिले के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कराई गई है।
खरीदी केन्द्रों की व्यवस्थाओं पर सतत निगरानी के लिए प्रत्येक 10 से 15 केन्द्रों पर एक जिलाधिकारी को सेक्टर अधिकारी बनाया गया है। इस अधिकारी के साथ भी स्वास्थ्य विभाग की टीम नियुक्त की गई है जो आवश्यकतानुसार किसानों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी।
शिव शेखर शुक्ला,प्रमुख सचिव खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण
खरीदी केंद्र पर पसरा सन्नाटा : कमलनाथ
प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर गेहूं खरीदी के केदं्रो पर सन्नाटा पसरे रहने की बात कही है। उन्होंने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि किसानों को समय पर एसएमएस नहीं मिल रहे और केदं्रो पर उनकी सुध लेने वाला कोई जिम्मेदार नहीं है। सरकार के व्यवस्था की हकीकत पहले ही दिन सामने आ गई। पूर्व सीएम ने सरकार से तत्काल व्यवस्था सुधारने की मांग की है और कहा है कि वे किसान भाईयों की मदद करे।