विवाह के लिए गाईडलाइन जारी, कुल 20 व्यक्ति ले सकेंगे भाग 

सार्वजनिक स्थलों और मैरिज हाउस में आयोजित नहीं होंगे विवाह समारोह 
khemraj mourya
शिवपुरी। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए शिवपुरी जिले में लॉकडाउन को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि आगामी दिनांकों में सर्व धर्मो द्वारा आयोजित विवाह समारोह के लिए गाईडलाइन जारी की गई है। विवाह समारोह का आयोजन अपने-अपने घरों में होगा, जिसमें वर और वधु पक्ष के 10-10 व्यक्ति शामिल होंगे। इसी में पंडित और काजी भी शामिल हैं। 
कलेक्टर अनुग्रह पी द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि यदि वधु और वर पक्ष को विवाह समारोह हेतु शिवपुरी जिले से बाहर जाना है तो एक वाहन मेें ड्रायवर सहित चार व्यक्तियों की अनुमति होगी। आयोजनकर्ता ऐसे दो वाहनों की अनुमति संबंधित क्षेत्र के एसडीएम से प्राप्त कर सकेगा। जिसमें जाने वाले व्यक्तियों के नाम, पता एवं मोबाइल नम्बर की जानकारी प्रस्तुत करनी होगी। शिवपुरी जिले के अंतर्गत होने वाले विवाह समारोह की सूचना आयोजनकर्ता को संबंधित एसडीएम को देनी होगी। जिसमें विवाह में शामिल होने वाले वधु पक्ष की जानकारी मय स्थाई पते एवं मोबाइल नम्बर सहित उपलब्ध कराना आवश्यक होगा। एसडीएम को सूचित किए बिना कोई भी विवाह समारोह आयोजित नहीं होगा। सार्वजनिक स्थलों पर विवाह एवं सामूहिक विवाह पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। विवाह समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना संक्रमण के संबंध में जारी दिशा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। आदेश का उल्लंघन करने पर उल्लंघनकर्ता के विरूद्ध भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 188 एवं अन्य सुसंगत अधिनियमों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। आदेश में यह भी कहा गया है कि उक्त आदेश का शिवपुरी जिले के प्रत्येक नागरिकों को तामील कराया जाना संभव नहीं है। 
अक्षय तृतीया पर पहली बार नहीं सुनाई दी शहनाईयों की गूंज 
विवाह समारोह के लिए अक्षय तृतीया का मुर्हुत बहुत उत्तम माना जाता है। यहीं कारण है कि अधिकांश लोग अक्षय तृतीया पर विवाह समारोह आयोजित करते हैं। अक्षय तृतीया पर बड़ी संख्या में सामूहिक विवाह समारोह भी आयोजित होते हैं। लेकिन कोरोना के कहर के चलते यह पहली बार हो रहा है कि जब अक्षय तृतीय के अवसर पर शहनाईयों की गंूज सुनाई नहीं दे रही। अक्षय तृतीया पर राजनेता भी विवाह समारोह में उपस्थित होकर दिनभर और रातभर वर-वधुओं को आर्शीवाद देते थे। लेकिन इस बार सन्नाटा छाया हुआ है। लॉकडाउन के कारण लोग घरों से भी नहीं निकल पा रहे हैं। हालांकि आज अक्षय तृतीया पर कुछ विवाह समारोह अवश्य हुए। लेकिन किसी भी विवाह समारोह मेें न तो बैंड बाजे की ध्वनि सुनी दी और न ही घोड़ा आदि का इस्तेमाल किया गया। होटल और मैरिज गार्डन भी सूने रहे तथा घरों पर ही शादी सम्पन्न हुईं। विवाह समारोह में 20 से अधिक लोग शामिल नहीं हुए।