मधुमक्खियों के हमले में 25 लोग घायल, खाली कराया या पातालपानी

महू, छुट्टी का आनंद लेने पातालपानी आए पर्यटकों पर रविवार सुबह 10 बजे करीब मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे भगदड़ की स्थिति बन गई। मधुमक्खियों के डंक से बचने के लिए कोई शौचालय में छुपा तो किसी ने कार में छुपकर अपने आपको बचाया। स्थानीय लोगों ने अनेक पर्यटकों को कंबल, तिरपाल आदि ओढ़ाकर वाहनों तक पहुंचाया। हेरीटेज ट्रेन के यात्री भी ट्रेन से नही उतरे और कोच के बंद दरवाजे-खिड़कियों से ही नजारा देखते रहे। दोपहर दो बजे तक पूरा पातालपानी पर्यटकों से खाली करवा लिया गया।



अवकाश के दिनों में पातालपानी में हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं जो सुबह से लेकर शाम छह बजे तक यहां रहते हैं लेकिन रविवार को पातालपानी में अजीब स्थिति थी जिस कारण दोपहर को ही पूरे क्षेत्र में सन्नाटा छा गया था। यहां सुबह दस बजे के करीब झरने के पास मधुमक्खियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया।


अचानक हुए हमले के कारण यहां मौजूद करीब डेढ़ सौ पर्यटकों में भगदड़ की स्थिति बन गई हर कोई अपने आपको बचाता नजर आया। कोई अपनी कार में छुप गया तो कोई शौेचालय व सामुदायिक भवन मेें। वहां मौजूद सरपंच प्रतिनिधि अशोक आंजना व उनके साथी मुकेश बारिया, मानसिंह, विनोद शर्मा, विशाल आंजना ने पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इस दौरान पर्यटकों के मोबाइल, चश्मे व अन्य सामान भी गिर गया जिसे सदस्यों ने एकत्र कर वापस लौटाया।
इस दौरान हेरीटेज ट्रेन आने का समय हो गया तत्काल रेलवे स्टेशन पर इसकी सूचना देकर पातालपानी में पर्यटकों नहीं उतरने की बात कही मगर कुछ यात्री उतर गए जिन पर मधुमक्खियों ने हमला कर घायल कर दिया। हमले में महिलाएं सबसे ज्यादा घायल हुईं।