राजनीति में आ गया है कोरोना वायरस
भोपाल। मध्य प्रदेश में पल-पल बदलते घटनाक्रम और कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच सीएम कमलनाथ ने कहा-कोरोना वायरस तो पहले मध्य प्रदेश की राजनीति में है। दूसरे को तो बाद में देखा जाएगा। कमलनाथ ने ये भी कहा कि आप मुझे अगले 10 साल तक सीएम पद पर देखेंगे।
सीएम कमलनाथ आज राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने गए थे। राजभवन में ये मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने लिखा कि सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है। बाद में बाहर निकलकर मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि उन्होंने सबसे पहले राज्यपाल को होली की शुभकामनाएं दीं। ये पूछने पर कि कोरोना वायरस के कारण क्या विधानसभा का बजट सत्र आगे बढ़ाया जा सकता है वो बोले- कोरोना वायरस तो यहां पहले राजनीति में है, बाकी बाद मे देखा जाएगा।
मौजूदा हालात बीजेपी का षड्यंत्र
सीएम कमलनाथ ने सरकार पर छाए संकट के बीच ये भी कहा कि आप लोग 10 साल तक मुख्यमंत्री के तौर पर मुझे देखेंगे। मौजूदा हालात बीजेपी का षड्यंत्र है।एक बार यह सब कुछ हो जाए तब हम तय करेंगे क्या करना है। उन्होंने कहा हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। स्पीकर जो तारीख चाहें वो तय कर सकते हैं।
गवर्नर के सामने CM ने रखी मांग
राजनीतिक गहमा-गहमी के बीच सीएम कमलनाथ आज राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने पहुंचे। गुरुवार रात ही गवर्नर भोपाल लौटे। सीएम के चेहरे पर मुस्कान थी और राजभवन में अंदर जाने से पहले मीडिया के सामने विक्टरी का साइन दिखाते हुए वो अंदर दाखिल हुए। सीएम राजभवन में राज्यपाल से मिले और उन्हें पत्र सौंपा। राज्यपाल के साथ मुलाकात करने के बाद सीएम कमलनाथ ने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। कमलनाथ ने इस दौरान कहा- हमने राज्यपाल से कहा कि बेंगलुरू में जिस तरह से विधायकों को बंधक बनाकर रखा वो दुनिया ने देखा। उन विधायकों को सबके सामने लाया जाए। कमलनाथ ने कहा कि राज्यपाल के साथ बातचीत में बजट सत्र आगे बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हुई।
विधानसभा सत्र स्थगित करने पर विचारसंसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण विधानसभा सत्र को स्थगित करने पर विचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित किया गया है। एहतियात के तौर पर एमपी में भी कोरोना से बचाव के लिए बजट सत्र स्थगित करने पर विचार किया जा रहा है।
स्पीकर से मिले गोविंद सिंह
संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति से मिले। उन्होंने सिंधिया समर्थक 19 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे देने के तरीके पर आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने सिंधिया समर्थकों के इस्तीफे बीजेपी नेताओं के द्वारा लाने पर भी आपत्ति जताई। सिंह ने इस्तीफों की जांच कराने की मांग भी की। साथ ही विधायकों के इस्तीफे को जाली बताया। सिंह ने स्पीकर एनपी प्रजापति से मांग की कि उन सभी 19 विधायकों को बुलाकर उनसे चर्चा कर मामले की पड़ताल की जाए।